शिवपुरी। आप सभी को विदित होगा कि गणतंत्र दिवस की दिल्ली में हुई 26 जनवरी की परेड में सीआरपीएफ की महिला टुकड़ी को सर्वश्रेष्ठ टुकड़ी घोषित किया गया हैं, तीन न्यायाधीश, आमजन पोल के आधार पर ये परिणाम घोषित किया गया। खास बात यह हैं कि सीआरपीएफकी इस टुकड़ी का प्रतिनिधित्व शिवपुरी में जन्मी पूनम गुप्ता ने किया था। जिसे लेकर शिवपुरी जिले में जबरदस्त उत्साह हैं। इसी क्रम में बुधवार को अग्रवाल आदर्श महिला संगठन ने पूनम के घर जाकर उसका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान पूनम के माता पिता भी मोजूद थे। साथ हीसंगठन की अध्यक्ष रेनू सिंघल, उपाध्यक्ष रश्मि अग्रवाल, अध्यक्ष सुमन अग्रवाल, महामंत्री उषा मंगल, सह महामंत्री माधवी अग्रवाल,कोषाध्यक्ष सुषमा अग्रवाल, सह कोषाध्यक्ष दीपा बंसल, प्रचार मंत्री रश्मि अग्रवाल, अंजू अग्रवाल, सलाहकार मंत्री संगीता जैन, बबली जैन, संगीता सिंघल, सुनीता अग्रवाल आदि मात् शक्ति उपस्थित थीं।
शिवपुरी के साथ श्योपुर में खुशी की लहर
देश भर में Republic Day गणतंत्र दिवस की परेड में CRPF सीआरपीएफ की महिला टुकड़ी के सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग के चर्चे हो रहे हैं। देश के ग्रह मंत्री अमित शाह से लेकर कई नामी व्यक्तित्व सीआरपीएफ को ट्वीट करते हुए बधाई दे रहे हैं, ऐसे में MP के शिवपुरी और श्योपुर जिले के निवासियों को भी इस कामयाबी पर गर्व का अनुभव हो रहा है, इसकी वजह शिवपुरी में जन्मी, पढ़ी, लिखी फिर कुछ साल श्योपुर में पिता के साथ बिताने वाली सीआरपीएफ की सहायक कमांडेंट पूनम गुप्ता हैं, जिन्होंने महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सलामी देने वाली सीआरपीएफ की महिला टुकड़ी का 26 जनवरी 2023 को दिल्ली के राजपथ पर पहली बार प्रतिनिधित्व किया था। इस परेड में शामिल होने के दौरान नगर के लोग छोटे परदे पर नजर गढ़ाए उन्हे देखते रहे थे और जब पूनम परेड के बाद शिवपुरी में श्री राम कॉलोनी स्थित अपने निवास पर पहुंची तो लोग उनके स्वागत के लिए उतावले दिखाई दिए। स्वागत की वही झड़ी लगी जब वे सहायक कमांडेंट सीआरपीएफ बनी थीं।
अमित शाह ने ट्वीट कर दी बधाई
26 जनवरी को हुई गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ी और झांकियों की घोषणा सोमवार को की गई। इसमें गृह मंत्रालय से जुड़े सीआरपीएफ की मार्चिंग टुकड़ी और सशस्त्र बलों की झांकी ने भी पुरस्कार जीते हैं। इस मौके पर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें बधाई दी और सशस्त्र बलों की वीरता की सराहना की है।
अमित शाह ने सबसे पहले सीआरपीएफ को बधाई देते हुए कहा कि सीआरपीएफ ने गणतंत्र दिवस परेड 2023 में अनुशासन और वीरता का शानदार प्रदर्शन किया। मुझे खुशी है कि उन्होंने मोस्ट लाइक्ड मार्चिंग कॉन्टिजेंट कैटेगरी में पहला पुरस्कार जीता है। जय हिन्द
CRPF का मार्चिंग दल सर्वश्रेष्ठ
गणतंत्र दिवस परेड 2023 में सीआरपीएफ को सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दल घोषित किया गया है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को सीएपीएफ और अन्य सहायक बलों के बीच सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दल घोषित किया गया है। प्रेस सूचना ब्यूरो पीआईबी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, "सीआरपीएफ के लिए दोहरी खुशी है क्योंकि गणतंत्र दिवस परेड 2023 पर @सीआरपीएफइंडिया मार्चिंग दल को 'सीएपीएफ और अन्य सहायक बलों के बीच सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दल' घोषित किया।"
पहली बार कर्तव्य पथ पर निकली गणतंत्र दिवस परेड, महामहिम द्रौपदी मुर्मू ने ली सलामी
इस बार भारत ने अपना 74वां गणतंत्र दिवस मनाया है। इस मौके पर पहली बार कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की परेड व झांकियां निकलीं। परेड की सलामी राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने ली। समारोह के विशेष अतिथि मिस्र अरब गणराज्य के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी रहे। परेड हर साल की तरह विजय पथ से लाल किले तक निकली। ठीक 10.58 बजे सीआरपीएफ का महिला मार्चिंग दस्ता सामने आया। इस महिला दस्ते को पीस कीपर्स ऑफ द नेशन के नाम से भी जाना जाता है। इसकी कमान असिस्टेंट कमांडेट पूनम गुप्ता के हाथों में थी। इसे दुनिया में पहली महिला सशस्त्र बटालियन बनने का गौरव प्राप्त है। सीआरपीएफ दुनिया का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल है। इसमें 3.42 लाख से अर्धिक कर्मियों के साथ 246 बटालियन हैं।
जैसे ही मिला सर्वश्रेष्ठ परेड दल का खिताब तो लगा बधाइयों का तांता
सीआरपीएफ को सर्वश्रेष्ठ महिला परेड दल का खिताब मिलने की खबर जेसे ही शिवपुरी और श्योपुर में लगी पूनम के घर और मोबाइल पर बधाई देने वालों का तांता लग गया। दरअसल पूनम के पिता रघुवीर गुप्ता जी मूल निवासी शिवपुरी के हैं, उनकी बेटी भी शिवपुरी जन्मी लेकिन नवोदय विद्यालय में सेवारत रहते उन्होंने बीस वर्ष श्योपुर में बिताए हैं तो दोनों ही जिले के लोग उनके परिवार पर अपना सा हक जताते हैं।
गणतंत्र दिवस परेड 2023 की सर्वश्रेष्ठ मार्चिग टुकड़ी सीआरपीएफ महिला टुकड़ी की घोषणा
गणतंत्र दिवस परेड 2023 की सर्वश्रेष्ठ मार्चिग टुकड़ी और सर्वश्रेष्ठ झांकी की घोषणा सोमवार को कर दी गई है।
खास बात यह कि जजों के पैनल और नागरिक पोल दोनों ही कैटगरी में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की मार्चिग टुकड़ी को, सीएपीएफ और अन्य सहायक बलों की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ मार्चिग टुकड़ी के रूप में चुना गया है। वहीं गृह मंत्रालय की झांकी को भी जनता के पोल में सर्वश्रेष्ठ झांकी का सम्मान मिला है। ये चयन अलग अलग श्रेणियों में जजों के पैनल और नागरिक पोल के आधार पर किया गया है। सरकार ने गणतंत्र दिवस की परेड का आकलन करने के लिए जजों का एक पैनल बनाया था। वहीं वेब पेज पर भी 25-28 जनवरी के बीच लोकप्रिय पसंद के लिए ऑनलाइन पोल आयोजित किया गया था। इन दोनों की पसंद के आधार पर ये चुनाव किए गए हैं।
खास बात, नारी शक्ति की थीम
खास बात ये है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की झांकी नारी शक्ति की थीम पर आधारित थी। वहीं सीआरपीएफ की मार्चिग टुकड़ी ने भी सबको अपनी तरफ आकर्षित किया था। इस सबके साथ हम कहना चाहेंगे कि भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था कितनी मजबूत होती जा रही है। जो ‘नारी शक्ति’ को सम्मान देने के साथ-साथ ‘नए भारत’ के उदय को प्रदर्शित करता है। सुरक्षा बलों ने अपनी झांकियों में बढ़ती नारी शक्ति को प्रतिबिंबित किया। लगभग 3,25,000 कर्मियों के साथ दुनिया में सबसे बड़े अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ ने सहायक कमांडेंट पूनम गुप्ता के नेतृत्व में एक महिला दल के साथ ‘महिला सशक्तिकरण’ की झांकी तैयार की। सीआरपीएफ को दुनिया में पहली महिला-सशस्त्र पुलिस बटालियन बनाने का गौरव भी प्राप्त है।जानिए जिस बेटी पूनम पर शिवपुरी, श्योपुर को नाज कौन हैं वो
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की परेड में
CRPF महिला टुकड़ी का नेतृत्व करने वालीं
सहायक कमांडेंट पूनम गुप्ता के पिता श्योपुर नवोदय विद्यालय में कार्यरत हैं। असिस्टेंट कमांडेंड गुप्ता ने गणित में ग्रेजुएशन और अंग्रेजी साहित्य में पोस्ट- ग्रैजुएशन की पढ़ाई पूरी की है। उन्होंने जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर से बीएड भी किया है। अपनी पढाई के बाद गुप्ता का लक्ष्य यूपीएसई सीएसई परीक्षा की तैयारी करना था। उन्होंने यूपीएससी सीएपीएफ परीक्षा-2018 में 81वीं रैंक हासिल की थी। वर्तमान में पूनम गुप्ता सीआरपीएफ में सहायक कमांडेंट के रूप में बिहार के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कार्यरत हैं।पिता ने कहा बेटी पर गर्व, हर बेटी को मिले यही मुकाम
एक समय था जब बेटियां सिर्फ किचन तक सीमित थीं लेकिन आज आकाश चूम रही हैं या पूनम की तरह जांबाजी से नक्सल इलाकों में दुश्मनों से लड़ रही हैं। ऐसी हर बेटी के पिता की खुशी फूली नहीं समाती। पूनम के पिता रघुवीर गुप्ता ने भी धमाका संपादक विपिन शुक्ला से बात करते हुए कहा की उन्हें अपनी बेटी की काबिलियत पर गर्व हैं। उसने सीआरपीएफ की परेड का प्रतिनिधित्व किया और खुशी हैं की दो खिताब उसके मार्चिग दल को मिले हैं। उन्होंने कहा की देश की हर बेटी को इसी तरह ऊंचा मुकाम हासिल करना चाहिए।

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