पुलिस रही मौजूद
मौके पर पुलिस भी मोजूद रही। जिससे कोई अप्रिय घटना न हो। टीम बड़ी देर तक आनंद दूध डेयरी पर कारवाई करती रही।
दूधिए के निशाने पर ऐसे आए आनंद
हड़ताल के दौरान डेयरी दुग्ध संघ के अध्यक्ष आनंद राठौर दूधियों के निशाने पर आ गए। दूधियों से जब 43 रुपए लीटर दूध का एसडीएम जायसवाल के सामने समझोता हुआ उसके बाद टसल बढ़ गई। दूधियों का कहना हैं की आनंद ने मूछों पर ताव देते हुए कहा की हमने गुर्जरों की नहीं चलने दी और दाम नहीं बढ़ने दिए। बस इसी बात पर दूधिए महाशिवरात्रि पर दूध लेकर नहीं आए और हड़ताल के नतीजे में नगरवासी अभिषेक तक को तरस गए। हालाकि आनंद राठौर का कहना हैं की उन्होंने दुधियों को लेकर कोई अपमानजनक बात नहीं की। उन पर आरोप झूठा लगाया गया हैं।
दूधिए खुश, हुई छापेमारी
सैंपलिंग छापेमारी की खबर नगर में जेसे ही फैली दूधिए सबसे ज्यादा खुश हुए। उन्होंने कहा की हमारे आत्म सम्मान को ठेस लगाने वाले के साथ प्रशासन ने ठीक कारवाई की।
मुझे जनता की तरफ सोचना पड़ा महंगा: आनंद
इधर आनंद राठौर ने कहा की उसे जनता की चिंता हैं जो मंहगाई से पहले ही परेशान हैं। वो अभी 45 रुपए में दूध नहीं ले पाती। जब दूधिए अभी 45 की मांग कर रहे हैं तो हमको दूध 49 रुपए बेचना पड़ता। जब गर्मी में वो 50 मांग रहे तब जनता को दूध 55 रुपए मिलेगा। इसीलिए। हमने डेयरी वालों की तरफ से अधिकतम भाव 43 तय किया जिससे जनता को अभी 47 और फिर 54 से ज्यादा भाव नहीं देना पड़ता लेकिन दूधियों से टकराने पर सैंपलिंग हो गई। जबकि महा शिवरात्रि जेसे बड़े त्योहार पर दूध नहीं लाने दूधियों पर कारवाई नहीं की गई जिनने एसडीएम जायसवाल के समक्ष सरकारी कागज पर लिखा पड़ी की थी की भाव से सहमत, हड़ताल खत्म। फिर भी हड़ताल जारी रखी। शिवपुरी शहर में जिला प्रशासन की नाक के नीचे बिना फैट हजारों लीटर दूध का विक्रय
आपको जानकर आश्चर्य होगा की कोलारस, करैरा आदि छोटी जगहों सहित दीगर महानगरों, छोटे जिलों में दूध फेट के आधार पर विक्रय किया जाता हैं
जिसमें पर्याप्त चिकनाई होती हैं लेकिन शिवपुरी शहर अकेला ऐसा हैं जिसमें बिना फैट का दूध विक्रय किया जाता हैं। एवरेज चालीस हजार लीटर प्रतिदिन दूध की खपत वाले शहर में पूरा दूध बिना फैट के दूधिए डेयरी वालों को विक्रय करते हैं। जो सेहत के लिए ठीक नहीं लेकिन खाद्य विभाग कठोर कारवाई नहीं करता और महज सैंपलिंग करके इस बड़े मामले को लागू नहीं करवाता। दूध, पनीर का लिया हैं सेंपल
जिसमें पर्याप्त चिकनाई होती हैं लेकिन शिवपुरी शहर अकेला ऐसा हैं जिसमें बिना फैट का दूध विक्रय किया जाता हैं। एवरेज चालीस हजार लीटर प्रतिदिन दूध की खपत वाले शहर में पूरा दूध बिना फैट के दूधिए डेयरी वालों को विक्रय करते हैं। जो सेहत के लिए ठीक नहीं लेकिन खाद्य विभाग कठोर कारवाई नहीं करता और महज सैंपलिंग करके इस बड़े मामले को लागू नहीं करवाता। दूध, पनीर का लिया हैं सेंपल
हमने आरआई प्रमोद शर्मा के निर्देश पर आनंद दूध डेयरी पर छापमार कारवाई करते हुए दूध और पनीर का सेंपल लिया हैं। ये टैंकर मालनपुर डेयरी से मंगवाया गया हैं। कारवाई की जा रही हैं।सेंपल प्रयोगशाला जांच के लिए भेजे जायेंगे। जहां से तय होगा की दूध मिलावटी तो नहीं।

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