Responsive Ad Slot

Latest

latest

होलिका दहन पूजन मुहूर्त: होलिका दहन पूजन सोमवार 6 मार्च को सम्पन्न करें

शनिवार, 4 मार्च 2023

/ by Vipin Shukla Mama
होलिका दहन पूजन मुहूर्त: ज्योतिर्विद ब्रजेन्द्र श्रीवास्तव ग्वालियर
होलिका दहन पूजन  सोमवार  6 मार्च  को  सम्पन्न करें
सोमवार की रात इस मङ्गल कार्य के लिए दो मुहूर्त   हैं ।फाल्गुनी पूर्णिमा तिथि सोमवार 6 मार्च की शाम 4:47  बजे से   मंगलवार की शाम 6 10 बजे तक है।  पूर्णिमा के शुरू के आधे भाग में भद्रा  सोमवार शाम 4:17 बजे से आरम्भ होकर सोमवार की रात व मंगलवार की सुबह के पहले 5 :13 बजे समाप्त होगी।जबकि सोमवार को भद्रा का मुख दो घण्टे का  शाम 4:17 बजे से रात 6 17 बजे तक है।इस भद्रा मुख की समाप्ति के बाद होलिका दहन किया जा  सकता है।सोमवार को ग्वालियर व निकटवर्ती क्षेत्रों में सूर्यास्त 6 20 बजे है।   *सोमवार 6 मार्च को पूर्णिमा में  पहला मुहूर्त: स्थानीय  सूर्यास्त होने के बाद से रात्रि के प्रथम कालखण्ड  अर्थात प्रदोष  खण्ड में रात्रि 9 20  बजे तक है।* सोमवार की देर रात्रि को ही दूसरा मुहूर्त सम्पूर्ण भद्रा की समाप्ति सुबह 5 13 होने के बाद परन्तु सूरज उगने के पहले होलिका दहन पूजन    सम्पन्न करें।  भविष्योत्तर पुराण के अनुसार  भी "प्रदोष व्यापिनी ग्राह्या पूर्णिमा फाल्गुनी सदा"।  ★★ *तीसरा मुहूर्त मंगलवार 7 मार्च को*  पूर्णिमा  शाम 6 10  बजे तक होने से  यह पूर्णिमा  देश के केवलउन  पूर्वी भागों में प्रदोष व्यापिनी है जहां  सूर्यास्त  610  बजे के पहले  पूर्णिमा में हो रहा है ऐसा बिहार उड़ीसा आदि  पूर्वी भारत क्षेत्रमें संभव है  इसलिए 7 मार्च केवल इन्हीं पूर्वी क्षेत्रों में  होलिका दहन मुहूर्त संभव है।   जबकि मप्र उप्र देहली  आदि में व दक्षिण में कर्नाटक आदि क्षेत्रों में सोमवार 6 मार्च को ही उक्त दो मुहूर्त में होली पूजन शास्त्र व तर्क सम्मत है।  होली का रंग उत्सव तो होली पूजन व नवान्न अर्पण से ही आरम्भ हो जाता है व पंचमी तक चलता है इसलिए मङ्गलवार  को और बुधवार को भी होली खेली जा सकती है। यह पर्व पड़वा प्रधान नहीं   पूर्णिमा प्रधान है यह ध्यान रखना होगा।























कोई टिप्पणी नहीं

एक टिप्पणी भेजें

© all rights reserved by Vipin Shukla @ 2020
made with by rohit Bansal 9993475129