ये लिखा हैं सरोज रामजी व्यास ने
नगरपालिका नगर की पालक संस्था है उसका प्रमुख कार्य मूलभूत सुविधाओं को देना है जिसमे प्रमुख पेयजल, प्रकाश, सफाई, नाली सड़क है किंतु दुखद यह है की इस पर कोई ध्यान या धीर्गकालिक रणनीति नहीं है स्वक्ष्ता संवाद कार्यक्रम का आयोजन जिसमे गणमान्य लोग थे। उस संवाद की कोख से यही निकला नवदुर्गा चलते में तोड़ फोड़ बाजार में क्या पहले उनसे संवाद नहीं हो सकता था नहीं तोड़ना बनाना नोटिस टैक्स वसूली कोई प्लान नहीं न कोई सुझाव मान्य मनमर्जी जो मन में आए वह करो फाल्स फेब्रिकेशन जो नही है वह बताओ चल रहा है 185 करोड़ का बजट के पूर्व न किसी अधिकारी कर्मचारी ने फील्ड का भ्रमण किया
न किसी से कोई सलाह बजट बना दिया केसे बनाया किसने बनाया बनाने का आधार क्या था कोई उत्तर नही उत्तर मिलेगा भी नहीं कोई उत्तर मांगे तो वह विकास विरोधी है। संवेदन हीनता की कोई सीमा नहीं है सत्य बोलना अपराध है। सभी पार्षदों का कर्तव्य है की गलत काम का पुरजोर विरोध करें जिनको 1 तारीख को वेतन मिलता है प्रसाद साथ में उनको समय का कोई महत्व नहीं होता है किंतु परिषद का कार्यकाल फिक्स है पद पर बहुत रहे किंतु नाम भी लोगों को नही पता की कोन कोन शिवपुरी नगरपालिका का अध्यक्ष रहा उपाध्यक्ष की तो छोड़ो परिषद अपने कर्तव्यों का उचित निर्वहन करे नगरपालिका के सभी कार्य जनता के हित में हो यह तभी सम्भव है जब नगर पालिका भ्रष्टाचार से मुक्त हो सभी कार्य पारदर्शिता से हो तकनीक का प्रयोग हो तभी हम आने बाली पीड़ी को एक स्वच्छ और सुंदर शहर दे सकेंगे इस अयोग्य व्यक्ति की यह सलाह है बिन मांगे हमारी बहन जी अध्यक्ष को शिकायत कर दी है निश्चिंत रहें वह बिन मांगे सलाहकार उनको मिल गए है उनसे चर्चा कर कुछ हल करेंगी समस्या का सारे दिन सभी बार्डो से लोगों के फोन आते रहते है। अप्रैल माह से में और मेरी पत्नी सभी वार्डो में घूमकर जमीन पर जाकर समस्या देखकर निदान हेतु निवेदन करेंगे जो संभव होगा प्रयास करेंगे परिणाम जो भी हो सपथ के बाद जल भराव की समस्या आई थी थोड़ी सी वर्षा में नाले किनारे बसे शहर के लोगों को कितनी समस्या आती है करोड़ों रुपए का नुकसान होता है किंतु आज तक 8 माह गुजरने के बाद कोई प्रभावी कार्यवाही उस दिशा में नहीं हुई फिर बरसात में यही होगा निरंतरता में यही समस्या बनी हुई है नई बीजेपी परिषद से बहुत उम्मीदें थी अभी भी होंगी इस पर ध्यान दिया जावे बर्ना जनता तो अभ्यस्त हो गई है क्या करे किससे कहे एक अधिकारी निलंबित सीएमओ से मुक्ति माननीय मुख्यमंत्री जी ने करा दी नए साहब को देखते है तकनीक निर्माण शाखा के अधिकारी EE, AE कुछ उपयंत्री इनकी महिमा का वर्णन तो किया ही नहीं जा सकता घर से ही सब काम कसम खा ली है शिवपुरी के बार्डों में तो जाना ही नहीं है फाइल घर पर लाओ प्रसाद साथ में सब

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