भौती। कस्बे स्थित माता मंदिर पर बासोडा पूजा गया। महिलाएं बड़े ही शांति भाव से पूजन करती नजर आई। श्रीमती जादौन ने बताया की वैसे हिंदू धर्म में हर महीने व्रत और त्योहार आते हैं पर हर साल चेत्र माह की अष्टमी को शीतला माता की अष्टमी के रूप मे बासौडा पूजा करते हैं। शीतला सप्तमी को बसौडा भी कहते हैं। शीतला अष्टमी का त्यौहार होली से ठीक आठ दिन बाद आता है इस दिन मां शीतला का पूजन करने से कई तरह दुष्प्रभावो से भक्तो को मुक्ति मिलती है। मान्यता है कि माता शीतला का व्रत रखने से कई तरह के रोग दूर होते हैं।
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