*बनेगा मल्टी स्टोरी शाला भवन, मैदान मेें नपा लगाएगी पेवर्स
शिवपुरी। तीन लाख से अधिक आबादी वाले शिवपुरी शहर में सिर्फ दो ही कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल हैं। इनमें से शहर के एक बड़े भाग को कवर करने वाला एकीकृत कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल आदर्श नगर पुरानी शिवपुरी पिछले लंबे समय से संसाधनों के अभाव में विपरीत परिस्थितियों के बीच संचालित हो रहा है। यहां 941 छात्राओं वाले इस एकीकृत स्कूल में महज दस शिक्षण कक्ष हैं, जो अपर्याप्त साबित हो रहे हैं। इस स्कूल की बदहाली का मामला पिछले दिनों मंत्री श्रीमंत यशोधरा राजे सिंधिया के संज्ञान में आया तो उन्होंने इसकी सूरत बदलने की ठान ली। लगन और जिद की पक्की श्रीमंत सिंधिया के निर्देश पर तत्समय करीब महीने भर पहले नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा ने दौरा किया था और यहां की समस्याओं को लिस्टेड किया था। लेकिन इसी क्रम में आज सोमवार को स्कूल स्टाफ तब दंग रह गया जब पहले नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा भाजपा नेताओं विपुल जैमिनी, केपी परमार, निज सचिव राजेन्द्र शिवहरे, संजय गौतम, गोविंद भार्गव, विजय विंदास, राजू बाथम आदि के साथ स्कूल पहुंची और फिर शाम करीब 4 बजे होंगे की तभी कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी, एसडीएम अंकुर गुप्ता के साथ नपाध्यक्ष गायत्री के साथ दोबारा भ्रमण करने जा पहुंचे।
मौके पर ही किया निर्देशित
कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी ने स्कूल का गहन मुआयना कर व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए हर संभव संभावना पर मौके पर ही शिक्षा विभाग के बीईओ राजेश कम्ठान व बीआरसीसी बालकृष्ण ओझा से चर्चा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान स्कूल के स्टाफ ने भी स्कूल को बेहतर बनाने के लिए विकल्प सुझाए।
जर्जर भवन के पुननिर्माण पर फोकस
पुरानी शिवपुरी स्कूल में वर्तमान में उपयोग में आ रहे दस कक्षों के अलावा पिछले हिस्से में कुछ पुराने कक्ष भी हैं जो जर्जर होने के कारण उपयोग में नहीं लाए जा रहे हैं। कलेक्टर चौधरी ने इन भवनों के जीर्णोद्धार या फिर इन्हें नए सिरे से निर्मित करने को लेकर तीन दिन में एस्टीमेट बनवाने के निर्देश बीआरसीसी को दिए हैं, ताकि प्रस्ताव भेजकर बजट स्वीकृत कराया जा सके। इतना ही नहीं स्कूल से सटी 36 नंबर कोठी का भी अधिकारियों व नपाध्यक्ष ने मुआयना किया और स्कूल संचालन के लिए इसका उपयोग कैसे किया जा सकता है इस बात पर भी मंत्रणा की गई।
प्रस्ताव जल्द भेजेंगे
इस संबंध में जब बीआरसीसी बालकृष्ण ओझा से जानकारी चाही गई तो उनका कहना था कि निर्देशों के क्रम में वर्तमान स्कूल भवन में जर्जर कक्षों की मरम्मत एवं पिछले हिस्से में मौजूद अनुपयोगी कक्षों को डिस्मेंटल कर वहां डबल स्टोरी शिक्षण कक्ष बनाने का एस्टीमेट उपयंत्री के माध्यम से तैयार करवा कर प्रस्ताव जल्द भेजेंगे।
नपा लगवाएगी पेवर्स, तत्काल स्वीपर की तैनाती
निरीक्षण के दौरान स्कूल परिसर में गंदगी रहने और बारिश के दिनों में जल भराव की स्थिती से भी अवगत कराया गया। जिस पर नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा ने समूचे परिसर में पेवर्स टाइल्स नपा के माध्यम से लगवाने की बात कही। वहीं स्कूल की साफ. सफाई सहित शौचालयों की नियमित सफाई के लिए स्वीपर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश मौके पर मौजूद सफाई दरोगा को दिए।
दो पाली में लगाना पड़ रहा स्कूल
941 छात्राओं वाले इस स्कूल में कक्षों की कमी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि छात्राओं की एक साथ बैठक व्यवस्था न होने के कारण स्कूल का संचालन दो पालियों में करना पड़ रहा है। इसमें भी कक्ष अपर्याप्त पड़ते हैं। इतना ही नहीं कक्षों की कमी के कारण स्कूल में विज्ञान विषय की छात्राओं के लिए प्रयोगशाला तक नहीं है। ऐसे में उनकी प्रायोगिक कक्षाएं शिक्षण संस्थाओं में ही संचालित करनी पड़ती हैं।
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