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धमाका अलर्ट: हल्के में नहीं लें H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस, गुजरात में पहली मौत, अब तक देश में 7 लोगों ने गंवाई जान

मंगलवार, 14 मार्च 2023

/ by Vipin Shukla Mama
दिल्ली। भारत में एच3एन2 इंफ्लूएंजा वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इस वायरस की चपेट में आने से बचने के लिए डॉक्टरों ने लोगों को भीड़ भाड़ वाले इलाकों में मास्क का इस्तेमाल करने की सलाह दी है. भारत में एच3एन2 वायरस के कारण होने वाले इन्फ्लुएंजा के मामलों में तेजी देखी जा रही है. खबर लिखे जाने तक इस इन्फ्लूएंजा वायरस की वजह से गुजरात (Gujarat) में एक 58 वर्षीय महिला की मौत हो गई. उसका वडोदरा के एसएसजी अस्पताल में इलाज चल रहा था. इसके साथ ही इस वायरस की वजह से भारत में अब तक कुल सात लोग काल के गाल में समा चुके हैं. इस बीमारी से स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को एहतियाती उपाय अपनाने के सुझाव दिए हैं. 
मास्क का करें इस्तेमाल
एच3एन2 इंफ्लूएंजा वायरस से बचने के लिए डॉक्टरों ने मास्क का इस्तेमाल करने की सलाह दी है. डॉक्टरों का कहना है, वायरस से बचने के लिए लोग अपने हाथों को लगातार धोते रहें साथ ही साल में एक बार फ्लू का टीका लगवाएं. 
आईडीएसपी-आईएचआईपी (एकीकृत स्वास्थ्य सूचना मंच) पर उपलब्ध नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, 9 मार्च तक राज्यों को एच3एन2 सहित इन्फ्लुएंजा के विभिन्न उपप्रकारों के कुल 3,038 मामलों की पुष्टि की है. इसमें जनवरी में 1,245 मामले, फरवरी में 1,307 और 9 मार्च तक 486 मामले शामिल हैं. 
क्या बोले स्वास्थ्य विशेषज्ञ?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को इस वायरस से बचने के लिएअत्यधिक संवेदनशील क्षेत्रों जैसे सार्वजनिक परिवहन, अस्पतालों, हवाईअड्डों, रेलवे स्टेशनों और अन्य सार्वजनिक वाहनों में फिर से मास्क पहनने का कहा है. यहां तक लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने की भी सलाह दी है.
एच3एन2 और एच1एन1 दोनों प्रकार के इन्फ्लुएंजा ई वायरस हैं, जिन्हें आमतौर पर फ्लू के रूप में जाना जाता है.  कुछ सबसे आम लक्षणों में लंबे समय तक बुखार, खांसी, नाक बहना और शरीर में दर्द शामिल हैं. लेकिन गंभीर मामलों में लोगों को सांस फूलने और/या घबराहट का भी अनुभव हो सकता है.










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