हालाकि दवाई दुकान का नोकर बाद में एक्टिवा लेकर उन लडको के पीछे ग्वालियर बायपास तक गए जो ठकुरपुरा की तरफ जा चुके थे। कुलमिलाकर ईमानदारी की मिसाल की खबरों के बीच नियत डोलने की यह खबर आजकल के नवयुवकों की घटिया सोच की तरफ इशारा करती हैं। वह भी इसलिए की दवाई की दुकान पर किसी की जेब से गिरे रुपए क्या पता उसके लिए कितने काम के हों। जो बाइक सवार ले उड़े।

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