(सुबह कलेक्ट्रेट में मंत्री श्रीमंत सिंधिया के समक्ष पहले हुई दोनों पक्षों की बातचीत, फिर दूसरी बैठक के बाद निकला हल दर्शन पर कोई रोक नहीं)
ये सब मंत्री श्रीमंत यशोधरा राजे सिंधिया की पहल पर ही संभव हुआ हैं। जिन्होंने सुबह की बैठक में साफ कहा था की टाइगर तो माता रानी की सवारी हैं और उनके और माता के बीच ताला बंदी आखिर क्यों। लाखों भक्तों से जुड़ा हुआ ये मामला हैं इसलिए ताले खुलने का कोई ठोस रास्ता निकालिए। जिसके बाद कलेक्टर रविंद्र कुमार ने बैठक लेकर मंथन का अमृत ताले खोलने का दे दिया हैं। धमाका संपादक विपिन शुक्ला और लाखों श्रद्धालुओं की तरफ से श्रीमंत का आभार।
विहिप, बजरंग दल मैदान में
अगर आज मंदिर के ताले नहीं खुलते तो बात बिगड़ने के पूरे आसार थे। हालाकि विहिप, बजरंग दल गुरुवार को कलेक्टर से इसी विषय पर मुलाकात करेगा।

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