(देव स्टोन राम स्टील से पहले लगभग डेढ़ फुट की पूरी रेलिंग गायब)
इसी तरह जब हम आगे बढ़े तो कुछ नजारा इस तरह दिखाई दिया।
(संध्या ग्रीन्स के पास पश्चिम दिशा की लगभग 200 फुट की रेलिंग गायब)
आखिर हम सब की भी ज़िमेदारी हैं या नहीं
सवाल ये हैं की नगर की शान बढ़ाने वाली इस थीम रोड का निर्माण श्रीमंत की वजह से ही हुआ। करीब 14 किमी लंबाई की थीम रोड बड़े बड़े महानगर में देखने नहीं मिलती लेकिन इतनी खूबसूरत थीम रोड पर हम नगर के लोग रेलिंग तक की रखवाली नहीं कर सके ? आखिर पुलिस या लोनिवि ही इसकी जिमेदार क्यों ?
नपा के सैकड़ों माली, बंगलों से फुर्सत मिले तो थीम रोड की खरपतवार उखाड़ें
नपा के अमले में सैकड़ों माली हैं। जो नगर के एक दो कब्जाए गए पार्कों में भले ही सेवाएं देते हों लेकिन बाकी माली साहेबान अधिकारियों के बंगले पर सेवा देते हैं उनको थीम रोड में लगे पोधों के साथ उग आई खरपतवार, घास, फूस को उखाड़ने और गुड़ाई तक का समय नहीं हैं।

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