शिवपुरी । एससी एसटी थाने के सामने नवाब साहब रोड चौराहे पर बरसों से गंदगी का बड़ा ढ़ेरा बना रखा है। प्रतिदिन उसमें सुबह-सुबह आग भी लगाई जाती है, जिससे यहां वायु प्रदूषण होता है और सुबह-सुबह पूरे क्षेत्र का ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है, जिससे यहां से निकलने वाले राहगीरों, स्थानीय ठाकुर बाबा मंदिर के भक्तों, स्कूली बसों का इंतजार करते हुए बच्चों और दमे के रोगियों को बहुत परेशानी हो रही हैं। साथ ही गंदगी के ढेर की वजह से आवारा सांडों का भी यहां आतंक बरपा हुआ है। जबकि ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश अनुसार कचरे में आग नहीं लगानी चाहिए लेकिन बार-बार ध्यान आकर्षित किए जाने के बावजूद भी नगरपालिका ने इस ओर कभी कोई ध्यान नहीं दिया है।
सिर्फ यहीं नहीं शहर में कई जगह कचरे में आग
राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) के नियमों के विरुद्ध शहर में अन्य स्थानों पर भी कचरा जलाया जाता है। जिससे पूरे शहर में सुबह-सुबह वायु प्रदूषण फैल जाता है। बीते दिनों नवाब साहब रोड के नाले में सफाई के बाद डाले जाने वाले कचरे में जब भीषण आग लगी और धुएं के गुबार से पूरा इलाका घिर गया, पास के अस्पताल के मरीजों को सांस लेने में तकलीफ हुई तो नपा की ही दमकल को मौके पर आकर कचरे की आग बुझानी पड़ी।
बिलकुल गंभीर नहीं नपा
नगर पालिका प्रशासन ने कई खबरों के प्रकाशित होने के बावजूद भी शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया है। सीएमओ नगरपालिका केएस सगर को इसे गंभीरता से लेकर प्रतिदिन इन गंदगी के ढेरों को उठाने की व्यवस्था सुचारू करनी चाहिए या इन घूरों को बनने से ही रोका जाना चाहिए अन्यथा यहां किसी भी दिन अन्य प्रकार की भी कोई दुर्घटना हो सकती है क्योंकि यहां बिजली की दो-दो ट्रांसफार्मर भी स्थापित हैं , यदि इससे कभी कोई हानि या जन हानि होती है तो नगरपालिका प्रशासन इसके लिए जिम्मेदार होगा।
बेड़े में क्यों शामिल नहीं छोटे लिफ्टर वाहन
सफाई कर्मी मजबूर हैं की वे कचरे को लेकर किधर जाएं। जो नालों के आसपास सफाई करते हैं वे तो नाले में कचरा सरका जाते हैं और नाला कचरे से फुल होकर बारिश में बाढ़ लाते हैं। लेकिन जो इलाके नाले से दूर हैं उनके सफाई कर्मी कचरे को जलाते हैं। जबकि नपा अपने बेड़े में छोटे छोटे लिफ्टर जीप जेसे वाहन शामिल करे और तत्काल कचरा भरकर ट्रेचिंग ग्राउंड जाए तो शायद कोई बात बने।

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