बैंक कॉलोनी में भारी अतिक्रमण हैं। अब इन अतिक्रमण कारियो के घरों पर निशान लगाए गए हैं और मकान हटाने नोटिस थमाए गए हैं। मोहलत तक अगर अतिक्रमण नहीं हटे तो उन्हे तोड़ना तय हैं।
हमने आपको बताया था की नगर की बैंक कॉलोनी इलाके में जब राजस्व अधिकारी नाला नापने गए तो उन्हे नाला नाली जैसा नजर आया। किसी जगह तो नाला बंद ही कर डाला हैं। जिसके नतीजे में हर साल बैंक कॉलोनी में बाढ़ के हालात बनते हैं। बारिश का पानी बाहर नहीं निकलता नतीजे में बाढ़ आती हैं। लेकिन इस साल इस स्थिति को टालने के लिए मंत्री श्रीमंत यशोधरा राजे सिंधिया के निर्देश पर नालों की सफाई शुरू की गई। लेकिन जब कलेक्टर रविंद्र कुमार और नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा, सीएमओ केएस सगर के साथ नालों की सफाई देखने गए तो नजर आया की नाले की चौड़ाई कम हैं। जिस पर कलेक्टर ने नालों की नाप जोख करने राजस्व की टीम आरआई प्रमोद कुमार शर्मा के नेतृत्व में नालों में भेजी। सबसे ज्यादा अतिक्रमण बैंक कॉलोनी में मिला हैं। तीन तीन मंजिल भवन नालों की भूमि पर तान लिए गए हैं। आलीशान भवन बनाकर लोग बाढ़ के इंतजाम किए बैठे हैं। अब इनकी खेर नहीं।
आज नपाध्यक्ष, एसडीएम गए मौके पर
बैंक कॉलोनी में आज पोकलेन ने नाला चौड़ी करण शुरू किया। पूरा नाला मिट्टी से भरकर मकान बनाए गए हैं। अब इन अतिक्रमण कारियो के घरों पर निशान लगाए गए हैं और मकान हटाने नोटिस थमाए गए हैं। मोहलत तक अगर अतिक्रमण नहीं हटे तो उन्हे तोड़ना तय हैं। आज नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा, एसडीएम अंकुर रवि गुप्ता, आरआई प्रमोद शर्मा, पूरा राजस्व अमला और नपा की टीम मौके पर गई।
रजिस्ट्री से अधिक भूमि पर तान लिए मकान
बैंक कॉलोनी में मध्यांचल बैंक के अधिकारी राम पंडित निवास करते हैं। हर साल उनके घर की निचली मंजिल पानी में डूबती हैं। पूरा सामान खराब होता हैं। उन्होंने बताया की बैंक कॉलोनी के घरों को भी नालों के साथ नापा जाना चाहिए। लोगों की रजिस्ट्री के हिसाब से अधिक भूमि वो भी नाले में मकान बनाए गए हैं। जिसके नतीजे में पानी की निकासी नहीं होती और घरों में पानी भरता हैं। उन्होंने कलेक्टर रविंद्र कुमार को साधुवाद दिया और कहा की बाढ़ से बचाने की उनकी कवायद के लिए बैंक कॉलोनी की तरफ से शक्रिया। साथ ही नपाध्यक्ष गायत्री जी को भी।

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