एक तरफ जहां शिवपुरी की जनसुनवाई में कलेक्ट्रेट पर आत्मदाह की कोशिश हुई तो दूसरी तरफ ग्वालियर के एसपी कार्यालय में भी ग्वालियर बहोड़ापुर थाना क्षेत्र में रहने वाले मनीष आर्य ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क लिया और वह आग लगा पाता उससे पहले ही क्राइम ब्रांच और पुलिस ने उसे दबोच लिया। यह भी बड़ी घटना बाल-बाल बच गई।बता दें कि दोनों ही मामले पुलिस की असुनवाई के हैं और शिवपुरी में जो मामला है उसके अनुसार महिला कह रही है कि उसमें अपने पड़ोस में रहने वाले युवक को पत्थर चुराने के दौरान खरी खोटी सुना दी थी जिसके नाराज होकर उसने गाली गलौज की थी जिसकी रिपोर्ट उसने थाने में कर दी थी उसका पति ट्रक चलाता है और बाहर रहता है। वह अकेली रहती है ऐसे में पड़ोस के उक्त युवक और उसके साथ दो अन्य लोग भी उसे परेशान कर रहे हैं लेकिन जब वह सुनवाई के लिए फिजिकल थाने जाती है तो उसकी सुनवाई नहीं की जाती। शिवपुरी के मामले को लेकर आपको बता दें कि फिजिकल थाना प्रभारी को हाल ही में बदला गया है और अब यहां अरविंद छारी को कमान सौंपी गई है। महिला जो घटना बता रही है वह पुरानी है। मामला जांच में लेना होगा। इधर एसपी रघुवंश सिंह भदोरिया ने भी कुछ दिन पहले ज्वाइन किया है।
ग्वालियर की बात करें तो वहां भी शिवपुरी से एसपी राजेश सिंह चंदेल ने ग्वालियर की कमान संभाली हैं। बहोड़ापुर थाना की घटना भी पुरानी है उस मामले में भी क्रॉस कायमी हुई थी और मनीष का का आरोप है कि दूसरा पक्ष महिलाओं को साथ थाने लाकर उस पर केस दर्ज करवाने की धमकी देता हैं। इस बात को लेकर पुलिस उसकी कोई सुनवाई नहीं करती है इसलिए उसने जान देने की कोशिश की। ग्वालियर और शिवपुरी में इन घटनाओं से हड़कंप मच गया है।
इधर आज शिवपुरी में महिला के हाथ में मिली पेट्रोल की बोतल ने एक बार फिर से यह बात साफ कर दी है कि शहर के पेट्रोल पंप पर अभी भी बोतल में पेट्रोल दिया जाता है। पहले भी जनसुनवाई के दौरान कुछ लोग पेट्रोल डालने की कोशिश करते रहे हैं आज फिर उसी तरह की घटना सामने आई।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें