शिवपुरी। पहले वोटिंग बिना लिए दिए हुई तब घाटा हुआ अब निजी टैंकरों से भी जल सप्लाई नहीं होगी! क्योंकि मंत्री श्रीमंत यशोधरा राजे सिंधिया जिन्होंने कठिन परिश्रम के बाद मड़ीखेड़ा पेयजल परियोजना को पूरा कराया था और उसी की सप्लाई शुरू हुई तो नगर की सड़कों से निजी टैंकर गायब हुए। अब नपा फिर से टैंकर दौड़ाने की जुगत में थी। चाहे पार्षदों का जी दवाब सही लेकिन 10 अप्रैल को हुई परिषद की बैठक में पेयजल प्रबंधन के नाम पर गर्मियों में निजी टैंकर चलाने की तैयारी कर ली गई थी। जल प्रबंधन का बिंदु पास हो गया था लेकिन जब उसी शाम को कलेक्ट्रेट में मंत्री श्रीमंत सिंधिया ने अधिकारियों की बैठक ली तो ये विषय सीएमओ केएस सगर संज्ञान में लेकर आए जिस पर निजी टैंकरों के लाखों के धंधे की जानकारी होने के चलते मंत्री श्रीमंत सिंधिया ने टैंकर चलाने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा की मड़ीखेड़ा योजना की सप्लाई जारी हैं तो फिर टैंकर हरगिज नहीं चलाए जाएंगे। उन्होंने नपाध्यक्ष गायत्री और कलेक्टर रविंद्र कुमार को भी साफ साफ कह दिया।
टैंकरों के अरमान पर पानी तो ठीक हुई खराब मोटर!
आपको बता दें की मड़ीखेड़ा योजना के अधिकारियों का निजी टैंकर सप्लाई से कोई लेना देना नहीं लेकिन किसी के दवाब की बात से हम इनकार नहीं कर सकते लेकिन परिषद की बैठक से पहले मड़ीखेड़ा की सप्लाई बार बार बाधित होने की जानकारी सामने आ रही थी। अब जबकि निजी टैंकर नहीं चलाए जाएंगे तो जल सप्लाई मड़ीखेड़ा से शुरू हो गई हैं। डैम के पास बने इंटेकवेल की तीन मोटर हैं। उनमें से दो नियमित चलाई जाती हैं। एक स्टॉक में रहती हैं। लेकिन दो मोटर खराबी से सप्लाई प्रभावित हुई थी। इनमें से अब एक मोटर ठीक करा ली है जिससे दो मोटर से सप्लाई जारी हैं लेकिन सप्लाई पर फिर असर नहीं आए इसलिए तीसरी मोटर को भी ठीक करवाना होगा। हालाकि मड़ीखेड़ा योजना प्रभारी सचिन चौहान ने कहा की उसे भी हम ठीक करवा रहे हैं।
नगर के लगभग हिस्सों में पहुंची मड़ीखेड़ा
आपको जानकर खुशी होगी की मड़ीखेड़ा की सप्लाई नगर के लगभग हिस्सों में पहुंच चुकी हैं। जिससे लोगों को पानी मिल पाता हैं। तकनीकी खराबी को छोड़ दें तो अब मड़ीखेड़ा नगर की जल सप्लाई का बड़ा माध्यम बन गई हैं। जो मंत्री श्रीमंत सिंधिया और नगर की पब्लिक पार्लियामेंट की मेहनत का नतीजा हैं।

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