Shivpuri शिवपुरी। शासन के बाल विवाह मुक्त प्रदेश अभियान को अब लाड़ली बहनों का साथ मिलेगा। शुक्रवार को जिला मुख्यालय सहित सभी विकासखंड स्तरों पर लाड़ली बहनों ने रैली निकालकर जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने का संकल्प लिया। सुबह 8 बजे शहर के पॉलो ग्राउंड में शहर की लाड़ली बहनों ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर रैली निकाली। "अभी मुझे पढ़ने दे माई, मतकर मेरी बाल सगाई" जैसे नारे लगाते हुए यह रैली माधव चौक पर पहुंची।माधव चौक पर भाजपा जिलाध्यक्ष राजू बाथम, राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त प्रहलाद भारती, नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा ने लाड़ली बहनों को बाल विवाह मुक्त जिला बनाने का संकल्प
दिलाया। इस दौरान जनअभियान परिषद की प्रस्फुटन समितियों के सदस्य, मुख्यमंत्री युवा इण्टर्नशिप के युवाओं के अलावा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं अन्य लाड़ली बहनें मौजूद रही।
इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष राजू बाथम ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी वर्गों के कल्याण के लिए योजनाओं का संचालन कर रही है। जिले में बड़ी संख्या में लाड़ली बहना योजना के पंजीयन हो चुके है। सरकार बहनों के खाते में हर महीने एक हजार रुपये की राशि जमा करेगी। लाडली बहनों की जिम्मेदारी है कि किसी भी लाड़ली लक्ष्मी का बाल विवाह न होने दें। हर बालक- बालिका को पूरी शिक्षा और विकास के सभी अवसर मिलने चाहिए।
इस दौरान जिला पंचायत सीईओ उमराव सिंह मरावी, जिला कार्यक्रम अधिकारी देवेंद्र सुंदरियाल, आजीविका मिशन के जिला कार्यक्रम प्रवंधक अरविंद भार्गव, सहायक संचालक आकाश अग्रवाल, जनसंपर्क अधिकारी प्रियंका शर्मा, परियोजना अधिकारी नीलम पटेरिया मौजूद रहीं।
बाल विवाह मुक्त अभियान के तहत जनसंवाद कार्यक्रम कर जागरूकता रैली निकाली
पोहरी। बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत विकासखंड स्तर पर जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया तथा जागरूकता रैली निकाली गई। जिसमें महिला बाल विकास एवं स्वास्थ्य समिति सभापति सुषमा धाकड़, परियोजना अधिकारी नीरज गुर्जर, मंडल अध्यक्ष आशुतोष जैमिनी, सुरेश शर्मा, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के कॉर्डिनेटर गिर्राज धाकड़, पर्यवेक्षक, आगनवाड़ी कार्यकर्ता और पंचायत सचिव मौजूद रहे।
बाल विवाह सदियों से एक परंपरा और रिवाज के तौर पर चली आ रही है, यह बच्चों के शरीर ,मन, और आत्मा को कुचलते रहने का एक पाप है,जो बच्चों के विकास को नष्ट कर देता है। ज्यादातर लड़कियां तो जान भी नही पाती की उनके हाथों में रचाई गई, मेहंदी ,पैरों का माहुर और शादी का जोड़ा ऐसी आग है, जिसका धुआं जिंदगी भर घुट घुट कर मारने वाला रहता है। ऐसी सामाजिक कुरीतियों को एवं बच्चियों के जीवन को सुरक्षित रखने हेतु एवं रैली के माध्यम से जागरूक करने हेतु कार्यक्रम का आयोजन किया गया। और रैली में लाडली बहना योजना के बारे भी जागरूक किया।

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