Dhamaka Big news: Elections have come, MP's Shivraj government will now make elderly people go for Chief Minister's pilgrimage by aeroplane
भोपाल। चुनावी साल हैं, वोट के लिए कुछ भी करेगा...शायद राजनीतिक पार्टियों ने यही ठान ली हैं। अब देखिए न MP की शिवराज सरकार जो अब तक बुजुर्गों को ट्रेनों से मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना से यात्रा करवा रही थी वह अब हवाई जहाज से बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा करवाएगी। एमपी की शिवराज सरकार ने इस यात्रा का पूरा मैप तैयार कर लिया हैं। धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग ने तीर्थ दर्शन योजना को लेकर गुरुवार को आदेश जारी कर दिए हैं। प्रदेश के 25 जिलों के 65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग इसमें लाभान्वित होंगे। नियमित विमान सेवा के माध्यम से चुने गए तीर्थ की यात्रा करवाई जायेगी। शर्त ये हैं की ये बुजुर्ग आयकर दाता नहीं होने चाहिए। मई से जुलाई तक करवाई जायेगी यात्रा
21 मई से 19 जुलाई तक बुजुर्गों को यात्राएं कराई जाएंगी। जिन जिलों के यात्री योजना में शामिल किए गए हैं उनमें भोपाल, इंदौर, आलीराजपुर, धार, राजगढ़, रायसेन, सीहोर, झाबुआ, विदिशा, नर्मदापुरम, नीमच, दमोह, रतलाम, शाजापुर, सागर, उज्जैन, खंडवा, बड़वानी, बुरहानपुर और खरगोन, आगर मालवा, बैतूल, देवास, हरदा, मंदसौर शामिल हैं।
आईआरसीटीसी कराएगी यात्रा
आईआरसीटीसी को इस योजना के लिए अनुबंधित किया गया हैं। यात्रियों का चयन, उन्हें हवाई अड्डे तक लाने और फिर उसी हवाई अड्डे पर वापिस आने के बाद घर तक पहुंचाने की जिमेदारी कलेक्टर की होगी। हालाकि यात्रियों को भोजन, नाश्ता व चाय आदि IRCTC द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा लेकिन एयरपोर्ट से बाहर आने पर वापस जिले की यात्रा में भोजन, नाश्ते, मिनरल वाटर की व्यवस्था भी जरूरत के अनुसार संबंधित जिले द्वारा की जाएगी। यात्रियों के रुकने की व्यवस्था, उन्हें तीर्थ स्थल तक बसों द्वारा ले जाने, वापस एयरपोर्ट में लाने व टूर मैनेजर की व्यवस्था भी IRCTC करेगा।
आधार कार्ड के साथ यात्रियों को मौसम के अनुसार कपड़े, व्यक्तिगत उपयोग की सामग्री जैसे तौलिया, साबुन, कंघा, जरूरी दवाइयां, दाढ़ी बनाने का सामान आदि चेक इन बैग में खुद लेकर आना होगा।
जरा इन शर्तों को जान लीजिए
यात्री अधिकतम 15 किलोग्राम वजन के चेक-इन बैग (1 नग) और 7 किलोग्राम वजन वाले हैंड बैग, (115 em आकार के लम्बाई-चौड़ाई-ऊंचाई) ही ले जा सकते है। इससे ज्यादा वजन का सामान ले जाने वाले किसी भी सामान पर एयरलाइन द्वारा अतिरिक्त सामान शुल्क लगाया जाएगा, जिसका भुगतान तीर्थ यात्री को एयरपोर्ट पर करना होगा। उड़ान के दौरान यात्रा के संबंध में एयरलाइन के नियम और शर्तें लागू रहेंगी।
हर फ्लाइट में 33 सीटें रहेंगी। इन सीटों पर हर जिले से 32 यात्रियों के साथ 1 अनुरक्षक (एस्कॉर्ट) के रूप में सरकारी अधिकारी को भेजा जाएगा। IRCTC द्वारा एक टूर मैनेजर को भी साथ में भेजा जाएगा।
वायुयान द्वारा तीर्थ यात्रा के लिए पहले चरण में केवल 65 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक
आवेदन कर सकेंगे, लेकिन यात्रा में अटेंडर ( सहायक ) नहीं ले जा सकेंगे।
ज्यादातर परिवारों को फ्लाइट के जरिए तीर्थ
यात्रा का लाभ मिल सके, इसलिए एक परिवार
से एक ही आवेदन स्वीकार किया जाएगा।
पति-पत्नी दोनों या ग्रुप में आवेदन की पात्रता
नहीं रहेगी। आवेदन नजदीकी तहसील, नगरीय निकाय, जनपद कार्यालय और कलेक्टर द्वारा निर्धारित स्थानों पर जमा किए जा सकेंगे। यदि जिले को आवंटित निर्धारित कोटा (32 यात्रियों) से ज्यादा आवेदन आते हैं, तो यात्रियों का चयन कंप्यूटराइज् लॉटरी से किया जाएगा। यात्रा की तारीख से 15 दिन पहले एयर टिकट होंगे। कलेक्टर द्वारा भेजे गए नामों में बदलाव नहीं होगा। तीथ यात्रियों को यात्रा की तारीख और संबंधित तीर्थ यात्रियों को यात्रा की तारीख और संबंधित एयरपोर्ट पर फ्लाइट के रवाना होने से तीन घंटे पहले पहुंचना होगा। इसकी जिम्मेदारी कलेक्टर और IRCTC प्रबंधक की रहेगी। इससे उनकी बोर्डिंग सुनिश्चित हो सकेगी। IRCTC द्वारा तीर्थ यात्रियों को अच्छी क्वालिटी का भोजन, नाश्ता, शुद्ध पेयजल (कम से कम 2 मिनरल वाटर की बॉटल प्रतिदिन) उपलब्ध कराई जाएंगी।
अनुरक्षक फ्लाइट के रवाना होने के हर चार घंटे बाद तीर्थ यात्रियों की कुशलता की जानकारी यात्रियों के जिले के कलेक्टर, जिले के नोडल अधिकारी, कार्यालय संचालक, मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को बताएंगे।

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