शिवपुरी। बडे हनुमान जी मंदिर तुलसी आश्रम कत्था मिल पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा पुराण का आज तीसरा दिवस था।
कथा व्यास वालयोगी पं.वासुदेव नंदिनी भार्गव ने आज प्रथु चरित्र की कथा का श्रवण कराते हुये कहा कि महाराज प्रथु ने सौ अश्वमेघ यज्ञ किये, उसी समय इंद्र ने गुप्त रूप में आकर यज्ञ का घोड़ा हर लिया, इंद्र ने अपनी रक्षा के लिये पाखंड रुप ही धारण किया , पाखंड पूर्ण आचारों में मनुष्यों की वुद्धि प्रायः मोहित हो जाती है, नास्तिक मत देखने में तो सुंदर आकर्षित होता है जिससे मनुष्य जल्दी ही आसक्त हो जाता है, इसलिए हम सवको अधर्म और पाखंड से दूर रहना चाहिए।
कथा व्यास पं.नंदिनी भार्गव अपनी शास्त्रीय संगीत वाणी के माध्यम से भक्तों को श्रीमद्भागवत कथा पुराण का वाचन कर रही हैं, वहीं भक्तजन भी भाव विभोर होकर कथा का रसपान कर रहें हैं।

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