पहले आर्मी में थे पेंटल, बॉर्डर पर रामलीला करते थे
गुफी पेंटल एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने से पहले आर्मी में थे। पेंटल ने बताया था कि 1962 में भारत-चीन के बीच जब युद्ध चल रहा था, तब वो इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे। युद्ध के दौरान भी कॉलेज में आर्मी की भर्तियां चल रही थीं। गूफी हमेशा से आर्मी में जाना चाहते थे। उन्हें पहली पोस्टिंग चीन बॉर्डर पर आर्मी आर्टिलरी में मिली थी। बॉर्डर पर मनोंरजन के लिए टीवी और रेडियो नहीं होता था इसलिए हम बॉर्डर पर (सेना के जवान) रामलीला करते थे। रामलीला मैं सीता का रोल करता था और रावण बना शख्स स्कूटर पर आकर मेरा अपहरण करता था। मुझे एक्टिंग का शौक तो था ही, इससे कुछ ट्रेनिंग भी मिल गई। एक्टिंग में इंटरेस्ट बढ़ने लगा तो गुफी अपने छोटे भाई कंवरजीत पेंटल के कहने पर 1969 में मुंबई आ गया था। मॉडलिंग और एक्टिंग सीखी और कई फिल्मों में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर भी काम किया। इस दौरान बीआर चोपड़ा की महाभारत में कास्टिंग डायरेक्टर के तौर पर काम करने का मौका मिला।

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