SHIVPURI शिवपुरी। कभी कभी गंभीर हादसे चेतावनी दे जाते हैं, जिससे और अधिक गंभीर और बड़े हादसे न हों, लेकिन अनदेखी भारी पड़ सकती हैं इसलिए आज धमाका थिंक गैस के कार्य पर कुछ सवाल उठा रहा हैं जो जनता के बीच से हमारे पास तक आया है। जिले के जागरूक कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी जी से जनता का आग्रह हैं की वे इन बिंदुओं पर जांच करवा लें जिससे फिर कोई त्रासदी शिवपुरी में न हो।
घरों में लोहे की लाइन, सड़क पर प्लास्टिक लाइन क्यों बिछा रहे ?
आपको बता दें की थिंक गैस की घर में कनेक्शन लाइन तो लोहे की बिछाई जा रही हैं। जितने भी कनेक्शन दिए गए हैं वे लोहे की पाइप लाइन से किए गए हैं। यानी की कंपनी को भरोसा हैं की गैस खतरनाक है इसलिए इस ज्वलनशील गैस की लाइन घर में लोहे की बिछाई जा रही हैं। जबकि गली, सड़कों, मोहल्लों में ये लाइन प्लास्टिक की बिछाई जा रही हैं। वो भी अधिक मोटी या ऐसी नहीं की खुदाई में डेमेज न हो। यही कारण हैं की आयदिन सड़क खुदाई के दौरान कोई न कोई लाइन कट जाती हैं। कभी फोन तो कभी केवल इसलिए कटती हैं। तो फिर सवाल ये हैं की प्लास्टिक लाइन क्यों बिछाई जा रही।
ज्यादा गहराई भी नहीं, न कोई कवर
उक्त प्लास्टिक की लाइनों को जमीन में मुश्किल से डेढ़ फुट की गहराई तक बिछाते लोगों ने देखा हैं। उस लाइन के ऊपर भी सुरक्षा का कोई कवर नहीं हैं ऐसे में लाइन सेफ नही कही जा सकती।
जहां हादसा वहां एयरटेल ने की थी खुदाई
नगर में जिस जगह हादसा हुआ उस जगह घटना वाले दिन एयरटेल की खुदाई ड्रिल तरीके से होने की बात लोगों ने कही थी। जिनका ये कहना था की इसी ड्रिल से थिंक गैस की लाइन कई जगह डेमेज हुई थी। हालाकि इन बातो की प्रामाणिकता के लिए गहराई से जांच हो तब ही बातों को दम मिल सकती हैं।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें