Bhopal भोपाल। भोपाल के सतपुड़ा भवन में सोमवार को भीषण आग लग गई। आग ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया। दोपहर को लगी आग पर देर रात तक काबू नहीं पाया जा सका है। बिल्डिंग के तीसरे माले में लगी आग छठवीं मंजिल तक पहुंच गई है। इस भवन में संचालित विभागों के दस्तावेज जलकर खाक हो गए। चौथे माले में हेल्थ डिपार्टमेंट की शिकायत शाखा में EOW और लोकायुक्त में कर्मचारियों-अधिकारियों के खिलाफ की गई शिकायतों और जांच समेत अन्य फाइलें और दस्तावेज भी जलने का अनुमान है। सतपुड़ा भवन, जहां आग लगी है, वहां तीन आईएएस अफसर बैठते हैं। थर्ड फ्लोर पर आदिम जाति क्षेत्रीय विकास योजना के संचालक, 5th फ्लोर पर हेल्थ डायरेक्टर और 6वीं मंजिल पर हेल्थ कमिश्नर बैठते हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आग लगने के प्रारंभिक कारणों को जानने के लिए कमेटी बनाई है। इसमें एसीएस होम राजेश राजौरा, पीएस अर्बन नीरज मंडलोई, पीएस पीडब्ल्यूडी सुखबीर सिंह और एडीजी फायर को शामिल किया गया है। कमेटी जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री चौहान को सौंपेंगे ।
सीएम ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की है। उनसे आग बुझाने के लिए एयरफोर्स की मदद मांगी है। जिसके बाद रक्षा मंत्री के निर्देश पर आज रात AN 32 विमान और MI 15 हेलीकाप्टर भोपाल पहुचेंगे। जो आग बुझाने की कोशिश करेंगे। भोपाल एयरपोर्ट रात भर खुला रहेगा
दरअसल आग कितनी भीषण है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बिल्डिंग से निकल रही आग की लपटें और धुआं दूर से ही दिखाई दे रहा है। आग सोमवार शाम करीब 4 बजे लगी। जिससे बिल्डिंग में लगे 30 से ज्यादा एसी ब्लास्ट हो गए। साथ ही फर्नीचर भी जलकर खाक हो गए। बिल्डिंग से धमाके की आवाज भी आती रही। प्लास्टर टूटकर लगातार गिर रहा है। आग लगने से पूरी बिल्डिंग में धुआं भर गया। सुरक्षा के लिहाज से बिल्डिंग को खाली कराया गया। परिसर में अधिकारी-कर्मचारियों की भीड़ जुट गई।20 से ज्यादा दमकलें आग पर काबू करने की कोशिश में लगी है। SDERF और CISF की टीम भी पहुंची हैं। फिलहाल आग लगने की वजह का खुलासा नहीं हो सका है। भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा ने बताया कि छठवीं मंजिल पर अचानक आग भभकी है, बाकी मंजिल पर आग बुझ गई है। जल्द ही आग पर काबू पा लिया जाएगा। कोई जनहानि नहीं हुई है। सतपुड़ा भवन के थर्ड फ्लोर पर अनुसूचित जनजाति क्षेत्रीय विकास योजना का दफ्तर संचालित होता है, यहीं पर आग लगी थी। जो देखते ही देखते चौथे, पांचवें और छठवें फ्लोर पर जा पहुंची। सतपुड़ा भवन के थर्ड फ्लोर पर अनुसूचित जनजाति क्षेत्रीय विकास योजना का दफ्तर संचालित होता है, यहीं पर आग लगी थी। जो देखते ही देखते चौथे, पांचवें और छठवें फ्लोर तक पहुंच गई। चौथे, पांचवें और छठवें फ्लोर पर स्वास्थ्य संचालनालय के दफ्तर हैं। आग इतनी भीषण है कि इससे यहां रखे सभी दस्तावेज और फाइलें जलकर खाक होने का अनुमान है।
स्वास्थ्य विभाग की एडिशनल डायरेक्टर मल्लिका नागर ने बताया कि आग बुझाने का काम किया जा रहा है। इसके बाद नुकसान के बारे में आकलन हो पाएगा। स्वास्थ्य विभाग में कुछ महीनों पहले इंटीरियर डेकोरेशन और रिनोवेशन का काम कराया गया था। इस दौरान बड़े पैमाने पर लकड़ी की पुरानी अलमारी और दूसरे फर्नीचर निकाले गए थे। जो स्वास्थ्य संचालनालय में ही रखे थे। आग इस पुराने लकड़ी के वेस्ट मटेरियल तक पहुंच गई। इस वजह से दमकल कर्मियों को आग बुझाने में मशक्कत करनी पड़ रही है।
EOW और लोकायुक्त में हुई शिकायतों की
फाइलें जलीं
सतपुड़ा भवन के चौथे माले पर संचालित स्वास्थ्य संचालनालय के दफ्तर में विभाग की शिकायत शाखा का दफ्तर भी है। जहां लोकायुक्त, ईओडब्ल्यू, एमपी विधानसभा में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ की गई शिकायतों, उनके जवाब और जांच की फाइलें और अन्य रिकॉर्ड व दस्तावेज रखे जाते हैं। आशंका है कि यहां रखीं तमाम फाइलें और दस्तावेज भी जलकर खाक हो गए हैं। CM शिवराज कर रहे मॉनिटरिंग सतपुड़ा भवन में आग लगने की घटना की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उनके निर्देश पर प्रशासन ने नगर निगम के साथ आर्मी, आईओसीएल, बीपीसीएल, एयरपोर्ट, सीआईएसएफ, भेल, मंडीदीप और रायसेन से फायर ब्रिगेड बुलाई हैं। फायर ब्रिगेड को लाने के लिए भोपाल में ट्रैफिक रूट भी क्लियर किया जा रहा है।
कई जगह से बुलाई दमकलें
दमकल को जल्दी बाहर निकालने के लिए रात में सतपुड़ा भवन के दूसरे गेट का ताला तोड़ दिया गया। मंडीदीप और रायसेन से सात, वर्धमान इंडस्ट्रीज से एक पहुंची हैं। बीपीसीएल के चार टीम मेंबर अपने टीम लीडर के साथ पहुंचे। वे तीन फायर एक्सटिंग्विशर, हॉज, नोजल और अन्य राहत सामग्री के साथ पहुंचे। आईओसी के टीम लीडर चार ट्रेंड फायर फाइटर्स के साथ 15 नोजल, 3 डीसीपी फायर एक्सटिंग्विशर और अन्य सामग्री लेकर पहुंचे। एयरपोर्ट और भेल की दमकल भी जुटी हैं।

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