किसी पद की लालसा में कांग्रेस नहीं छोड़ी
दरअसल आप टाइम्स नाऊ के इंडिया इकोनॉमिक कॉन्क्लेव 2023 में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि वे किसी पद की लालसा में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में नहीं आए थे। उन्होंने कांग्रेस इसलिए छोड़ी थी क्योंकि उन्हें बार-बार अपमानित किया गया। कांग्रेस पार्टी ने लोगों से जो वादे किए थे, उन्हें पूरा नहीं किया गया। जब बात एक सीमा से बाहर चली गई तो उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया क्योंकि उनका मकसद केवल जनसेवा है।
पिताजी की बात आज भी मानता हूं
कॉन्क्लेव में सिंधिया ने कहा कि उनके पिता स्वर्गीय माधवराव सिंधिया हमेशा एक बात कहते थे। जीवन का मकसद राजनीति करना या कोई पद हासिल करना नहीं होना चाहिए। जीवन का एकमात्र लक्ष्य जनकल्याण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे शुरुआत से ही अपने पिता की इस बात को मानते हैं। इतने वर्षों तक राजनीति में रहने के बाद भी उनकी सोच में कोई बदलाव नहीं आया है।
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