Gwalior #पत्रकारिता_के_पुरोधा_की_याद: ग्वालियर के शिवपुरी लिंक रोड पर पंडित कृष्ण गोपाल पौराणिक शोध संस्थान में उनकी जयंती पर पुष्पांजलि और संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें वक्ता के रूप में वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद भार्गव और देव श्रीमाली ने उदबोधन दिया। अध्यक्षता संस्थान के प्रमुख और आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त संदीप शर्मा ने की । संचालन आईटीएम विवि के पत्रकारिता विभाग के प्रमुख जयंत तोमर ने किया। आयोजन में गंगादास की शाला के महंत जी और राष्ट्रीय स्वयं सेवा संघ मध्यभारत प्रान्त के प्रमुख यशवंत इंदापुरकर खास मौजूदगी रही।
#कौन_है_पौराणिक_जी?
पंडित गोपाल कृष्ण पौराणिक जी ने तो अविश्वसनीय चमत्कार को उन्नीसवीं सदी में करके दिखाया उसे अगर स्वतंत्रता पश्चात देश ने आगे बढ़ाया होता तो आज देश बेरोजगारी के दंश नही झेल रहा होता। गुलाम देश में अभावों और राजकीय प्रतिबंधों के बीच उन्होंने अंचल का पहला स्कूल भटनावर में खोला और फिर पोहरी में इसका विस्तार किया। उन्होंने शिक्षा को स्वावलंबन से जोड़कर खादी, दियासलाई और कागज निर्माण जैसे काम मे अपने बच्चों को पारंगत किया और देश के स्वतंत्रता आंदोलन को मेधावी और स्वाभिमानी युवा दिए। आज एक बार फिर देश को ऐसे युवा तैयार करने की जरूरत है। सन 1900 में शिवपुरी जिले में जन्मे पौराणिक जी ने 1965 में अपनी नश्वर देह त्यागी। उनके द्वारा आंग्ल भाषा मे निकाली गई पत्रिका रूरल इंडिया की ख्याति तब दुनिया भर में थी। इनकी अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए । बैलगाड़ी पर रथ बनाया गया जीज पर उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई। इसे पूरे शहर में भ्रमण कराया गया और इस रथ को लोग अपने हाथों से खींचकर ले गए। इस अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में स्कूल के बच्चे भी शामिल हुए । उस दिन बच्चो की जिद पर स्कूलों की छुट्टी करना पड़ी।

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