शिवपुरी। सावन के पवित्र माह एवम हरियाली अमावस्या के पावन पर्व पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत् भगवान शिव पूरे परिवार के साथ ढोल बाजे के साथ पूर्ण सुसज्जित पालकी पर विराजित होकर पुरानी शिवपुरी स्थित राधा रमण से ज्योतिष गणना के अनुसार घोषित समय 9.20 पर चित्रगुप्त धाम हेतु मंगल प्रस्थान किया कार्यक्रम के प्रारंभ में भगवान शिव जी का पूरे परिवार सहित डॉक्टर पी. के खरे एवम नीरज खरे द्वारा विधि विधान से पूजन कर सभी गणमान्य समाज बंधुओ के साथ पालकी में विराजित किया साथ पालकी के आगे आगे मातृ शक्ति पूजन के पारंपरिक परिधान पीली एवम लाल साड़ी धारण कर सर पर बोले बाबा के अभिषेक हेतु जल से भरा कलश लेकर आगे चल रही थी।भगवान शिव के परिवार का रास्ते भर धर्मप्रेमी बंधुओ द्वारा पुष्प वर्षा कर एवम फल वितरण आत्मीय स्वागत किया गया।चित्रगुप्त मंदिर पर भगवान शिव के मंगल प्रवेश के बारे में जानकारी देते हुए मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य के. बी.श्रीवास्तव सूरज सक्सेना एवम विष्णु श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले कुछ समय से अखिल भारतीय कायस्थ महासभा एवम समाज बंधुओ के प्रयासों से चित्रगुप्त मंदिर जीर्णोद्धार कार्य चल रहा था जिसमे शिव परिवार की स्थापना की जाना प्रस्तावित था ,आज समाज बंधुओ का वही स्वपन साकार रूप में सामने आया जब समाज के सभी लोगो ने मिलजुल कर बम बम भोले का जयघोष कर शिव जी की पालकी को माता पार्वती ,प्रथम पूज्य देव श्री गणेश जी उनके पुत्र कार्तिकेय सहित नंदी बाबा को परिवार सहित कंधे पर उठाया।चल समारोह में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा शिवपुरी के जिला अध्यक्ष देवेंद्र श्रीवास्तव,रुपेश श्रीवास्तव,भूपेंद्र भटनागर, राजीव श्रीवास्तव ,अनिल निगम,चिराग खरे,दुष्यंत माथुर,दिलीप श्रीवास्तव ,राहुल सक्सेना,शैलेश भटनागर, भरत श्रीवास्तव, रवि कुलश्रेष्ठ,मधुर श्रीवास्तव,शरद सक्सेना अनुराग अस्थाना,जगमोहन श्रीवास्तव ,अरुण श्रीवास्तव,जितेंद्र श्रीवास्तव ने बढ़ चढ़ कर कार्यक्रम में भाग लिया ।इस अवसर पर चित्रगुप्त मंदिर पर गायत्री परिवार के शास्त्री जी द्वारा पूर्ण विधि विधान एवम मंत्रोच्चारण के साथ भगवान शिव जी के परिवार की पूजा कर मंदिर के गर्भ गृह में स्थान दिया।कार्यक्रम में सैकडो की संख्या में श्रद्धालु जन ने चित्रगुप्त मंदिर में भगवान शिव के विग्रह के मंगल आगमन के साक्षी बने। उक्त आयोजन अखिल भारतीय कायस्थ महासभा एवं श्री चित्रगुप्त मंदिर प्रबंधन समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।

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