
धमाका धर्म: कलश यात्रा के साथ शिवार्चन का शुभारंभ
Bhonti भौंती। ग्राम की गलियों में शिव आराधना करते हुए भक्तों ने संगीत की धुन पर नृत्य किया। राकेश ,नीरज ,सुनील ,राहुलइंदुरख्या के घर पर पिछले 9 दिन से चल रहे महामृत्युंजय जाप के समाप न पर शिव विसर्जन किया गया वहीं चंद्रप्रकाश नगरिया के घर पर कलश यात्रा के साथ शिवार्चन का शुभारंभ हुआ ।पंडित सामवेद शास्त्री ने बताया सनातन धर्म में स्थापन और विसर्जन दो क्रियाओं का जिक्र है | जब हम कोई व्रत, जप, तप या कोई धार्मिक कार्य करते है तो पहले अधिष्ठाता देवी देवताओं का आह्वान करने के लिए उनको नारियल या मूर्ति में स्थापित करते हैं | धार्मिक कार्य पूर्ण होने पर उसका विसर्जन करते हैं | विसर्जन करने मतलब मूर्तियां नारियल को फेंकना बिल्कुल नहीं है नारियल मूर्ति को सम्मान सहित बहते जल में विसर्जित किया जाता है ।नदियां हमारे यहां पवित्र मानी गई हैं इसलिये पार्थिव प्रतिमाएं नदी के बहते जल में विसर्जित की जाती हैं ।वहीं कलश यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए अशोक नगरिया ने बताया बड़े बाबाजी मंदिर से 51 कलशों को पूजन कर गाजे बाजे के साथ कपूरेबाबा ,राज मंदिर ,बसस्टैंड होते हुए घर पर कलश यात्रा आई जहां पर कलश स्थापना की गई साथ ही सवालक्ष शिवार्चन का शुभारंभ हो गया ।आगामी 31 जुलाई तक प्रतिदिन शिवलिंग की पूजन अभिषेक किया जावेगा ।नगरिया परिवार द्वारा अभिषेक दर्शन और विल्वपत्र चढ़ाने का अनुरोध किया है ।

सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें