Shivpuri शिवपुरी। लोकतांत्रिक देश के तीन स्तंभ "विधायिका", "कार्यपालिका", "न्यायपालिका" हैं। जिसमें सभी महत्वपूर्ण हैं लेकिन न्यायालय की भूमिका इसलिए महत्वपूर्ण हैं कि हम किसी पीड़ित व्यक्ति की कानूनी तरीके से मदद कर सकते हैं। इसके लिए हमें कानून की पढ़ाई करनी होती है।हायर सेकेंडरी के बाद पांच या फिर आगे ग्रेजुएशन के बाद तीन साल, इस तरह तीन और पांच साल की पढ़ाई कर हम वकील बन सकते हैं। एंट्रेनशिप के बाद अनुभव प्राप्त कर हम वकील बन सकते हैं। सिविल जज आदि बन सकते हैं। ये टिप्स जिले के जानेमाने एडवोकेट *संजीव बिलगैयां* ने स्कूल चलें हम अंतर्गत भविष्य से मिलिए कार्यक्रम अंतर्गत जिला उत्कृष्ट स्कूल के कार्यक्रम में कही। सेकडो बच्चों की मोजुदगी में एडवोकेट संजीव ने विद्यार्थियों को बताया की वे इसी स्कूल से पढ़े और आज जबकार्यक्रम में *प्राचार्य विवेक श्रीवास्तव* ने आमंत्रित किया तो बेहद खुशी अनुभव हो रही हैं। कई अन्य विचार भी उन्होंने साझा किए। कार्यक्रम का आज तीसरा और अंतिम दिन था जिसमें जिले के *वरिष्ठ पत्रकार विपिन शुक्ला* को भी आमंत्रित किया गया था। उन्होंने विद्यार्थियों को लक्ष्य तय करने को कहा साथ ही ये भी टिप्स दिया की जीवन में व्यवसाय या नौकरी की जो भी पहली सीढ़ी मिले उस पर चढ़ने से परहेज न करें, भले ही वेतन कम हो, बाद में हम और बेहतर हासिल कर सकते हैं। उन्होंने बताया की किस तरह व्यक्ति मास डिप्लोमा हासिल कर किसी बड़े मीडिया समूह में प्रवेश कर सकता हैं। ये ऐसा माध्यम हैं जिसमें हम देश के तीन के साथ चौथे स्तंभ के रूप में जनता की सेवा कर सकते हैं। उन्हे न्याय दिला सकते हैं। आवाज उठा सकते हैं।
जिला शिक्षाधिकारी राठौर भी थे मौजुद
कार्यक्रम में *डीईओ समर सिंह राठौर* भी मोजूद थे। उन्होंने बच्चों को बताया की किस तरह व्यक्ति वकील, पत्रकार बन सकता हैं ये विषय विशेष अतिथियों ने आपको बताया।उन्होंने कहा की जीवन में हर काम सेवा से जुड़ा हुआ हैं आप इन दोनों प्रोफेशन के अलावा टीचर, अधिकारी, कलाकार, समाजसेवी, डॉक्टर आदि बनकर लोगों की सेवा और अपना भविष्य सवार सकते हैं।
प्राचार्य विवेक श्रीवास्तव ने कराया परिचय
अतिथियों का परिचय जिला उत्कृष्ट स्कूल के प्राचार्य विवेक श्रीवास्तव ने करवाया। कार्यक्रम का कुशलता से संचालन स्वाति बांझल ने किया। जबकि अन्य गतिविधियों को राकेश शर्मा लाडो, आदि ने संपन्न कराया।
आखिर क्यों सबसे डिफरेंट उत्कृष्ट स्कूल दिखाई दी झलक
कहते हैं पत्रकार और वकील वो भी देख लेते हैं जो संभव नहीं होता। यही कारण रहा की आज जिला उत्कृष्ट स्कूल के उत्कृष्ट होने की झलक साफ दिखाई दी। लगा की आखिर क्यों इस सरकारी स्कूल के बच्चे हर साल प्रदेश में टॉपर रहते हैं। दरअसल निजी स्कूलों की तर्ज पर शिक्षकों का विद्यार्थियों के प्रति लगाव, उन्हे बेहतर शिक्षा नियमित रूप से प्रदान करना स्कूल की खूबी कही जा सकती हैं। साथ ही निजी स्कूल की तरह राष्ट्रीय गीत, सरस्वती वंदना, आज के प्रमुख पांच समाचार, एनसीसी गीत और यहां तक कि एसेंबली में जिन बच्चों का जन्मदिन हो उन्हें पेन देकर सार्वजनिक रूप से बधाई देना वो भी जन्मदिन के गीत के साथ ये कुछ डिफरेंट ट्रिक्स भी जिला उत्कृष्ट स्कूल को प्राचार्य विवेक श्रीवास्तव के कुशल मार्ग दर्शन में जिले का नंबर वन स्कूल बनाए हुए हैं।
कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के श्री गिरीश शर्मा ,श्री रतीराम धाकड़ , श्री मुकेश मिश्रा , श्री अनिल रावत ,श्री राजेश वर्मा , श्रीमती प्रतिभा राठौर श्री दुर्गेश चौबे श्रीमती संध्या शर्मा श्री दिलीप राय का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम में वत्स राज राठौड़ भी मौजूद थे।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें