शिवपुरी। मिशन अंकुर के तहत कक्षा—3 के बच्चों को पढ़ाने वाले शिवपुरी विकासखंड के 6 जनशिक्षा केंद्रों में कार्यरत शिक्षकों के 5 दिवसीय एफएलएन प्रशिक्षण के प्रथम चरण का समापन शुक्रवार को फतेहपुर स्थित दिव्यांग छात्रावास परिसर में संपन्न हुआ। समापन कार्यक्रम के दौरान जिला शिक्षा केंद्र, डाइट और जनपद शिक्षा केंद्र के अधिकारियों ने प्रशिक्षणार्थी शिक्षकों को प्रमाण पत्र वितरित किए।बीआरसीसी बालकृष्ण ओझा ने कहा कि आप लोगों ने पूरी एकाग्रता से प्रशिक्षण लिया है जो सराहनीय है पर प्रशिक्षण का वास्तविक उद्देश्य तभी पूरा होगा जब आपने यहां बुनियादी साक्षरता, संख्या ज्ञान व जीवन के बुनियादी कौशलों के संबंध में जो शिक्षण की बारीकियां सीखीं हैं उनका उपयोग स्कूल में बच्चों को पढ़ाने में करें। इस अवसर पर जिला शिक्षा केंद्र के एपीसी हरीश शर्मा, मुकेश पाठक, डाइट शिवपुरी के व्याख्याता अनिल चौबे सहित शिवपुरी बीईओ राजेश कम्ठान, बीआरसीसी बालकृष्ण ओझा उपस्थित रहे।पांच दिन चले प्रथम चरण में प्रशिक्षण प्रभारी एवं बीएसी आदित्य प्रकाश माथुर सहित प्रशिक्षण सहयोगी सीएसी लोकेश बोवल, दिनकर नीखरा, कैलाश नारायण शाक्य, एमआईएस कॉर्डिनेटर हेमंत खटीक व एमआरसी प्रदीप शर्मा की विशेष भूमिका रही। कार्यक्रम के दौरान सीएसी अरविंद सरैया, मनोज खत्री, सुनील उपाध्याय, दीवान शर्मा,कुलदीप भार्गव,वेद प्रकाश भार्गव आदि मौजूद रहे। प्रशिक्षण का अंतिम चरण 17 से
बीआरसीसी बालकृष्ण ओझा ने बताया कि प्रशिक्षण का अंतिम चरण 17 जुलाई से 21 जुलाई तक आयोजित होगा जिसमें शिवपुरी विकासखंड के सिरसौद, कन्या उमावि कोर्ट रोड, कन्या उमावि पुरानी शिवपुरी, ठर्रा व भानगढ़ जनशिक्षा केंद्र के शिक्षकों के अलावा पहले चरण में गैर हाजिर रहे शिक्षकों व शेष जनशिक्षा केंद्रों के जो शिक्षक पहले शामिल नहीं थे उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। बता दें कि पहले चरण में नामांकित 158 शिक्षकों में से 142 शामिल हुए थे, जबकि 16 शिक्षक गैर हाजिर रहे थे। प्रशिक्षण के अंतिम दिन जिला शिक्षा केंद्र के एपीसी उमेश करारे ने प्रशिक्षण का निरीक्षण किया और शिक्षकों से रूबरू होकर चर्चा की।

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