Dhamaka Monsoon: बारिश से हुये नुकसान का सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल में प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा किया
* दोनों राज्यों में जान-माल दोनों का भारी नुकसान हुआ है.
Dhamaka Weather : देश के कई राज्यों के साथ साथ लगातार बारिश का तांडव मुख्य रूप से हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा और जम्मू कश्मीर में देखने को मिल रहा है. इन राज्यों में मौजूद कई नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे के साथ-साथ 900 से अधिक सामान्य सड़कों को बंद कर दिया गया है. अलग-अलग जगहों पर लोग फंसे हुए हैं. उत्तरकाशी में गंगोत्री हाईवे बंद है. इसके अलावा देश का सबसे बड़ा नेशनल हाईवे एनएच-44 भी बंद कर दिया गया है. जम्मू-कश्मीर में एनएच बंद होने के चलते अमरनाथ यात्रियों की भी यात्रा रोक दी गई थी जो आज बहाल की है. उत्तर भारत में मानसून का तांडव जारी है. मानसून के साथ-साथ पश्चिमी विक्षोभ भी एक्टिव होने के चलते यहां लगातार तीन दिन से बारिश हो रही है. हिमाचल प्रदेश में बाढ़ के चलते करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है. यहां ब्यास नदी उफान पर है तो वहीं कई जगह लैंडस्लाइड के चलते करीब 1000 सड़कें बंद कर दी गई हैं. उत्तराखंड में भी यही हाल है. जबकि दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया है. पंजाब और हरियाणा के कई जिलों में भी बाढ़ का संकट गहरा गया है. उत्तर भारत में बारिश ने जमकर कहर बरपाया है, दिल्ली की यमुना नदी में जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, हरियाणा के करनाल के कई गांवों में गंभीर जल-जमाव हो गया है और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंडी, किन्नौर और लाहौल-स्पीति के लिए अचानक बाढ़ की चेतावनी भी दी है. बारिश संबंधित घटनाओं में अभी तक उत्तर भारत में 37 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं देश के चार राज्यों में एनडीआरएफ की 39 टीमों को तैनात किया हैं।अनावश्यक यात्रा से करें परहेज
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने लोगों से हिमाचल में अनावश्यक यात्रा से बचने का आग्रह किया और नागरिकों को जल स्रोतों से उचित दूरी बनाए रखने और जितना संभव हो सके घर पर रहने की सलाह दी हैं. आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर – 9317221289 और 8580616570 – भी जारी किए गए हैं.
दिल्ली में यमुना से खतरा
देश के अधिकांश राज्य लगातार तीन दिनों से भारी बारिश के चपेट में हैं. दिल्ली में सोमवार की देर रात को यमुना खतरे के निशान को पार कर गई. वहीं हिमाचल प्रदेश में तेज बारिश के चलते 18 लोगों की मौत हो गई. साथ ही बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान हुआ.
जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई इलाकों में भी भारी बारिश से अत्यधिक बारिश दर्ज की गई है. हिमाचल और उत्तराखंड में नदियां उफान पर हैं, जिसके चलते हाइवे व आम सड़कें बंद कर दी गई हैं. हिमाचल प्रदेश में 10 से अधिक एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं. चार राज्यों में एनडीआरएफ की 39 टीमें तैनात की गई हैं. हिमाचल और उत्तराखंड के बाद पंजाब में बारिश के चलते हालात गंभीर हैं. पंजाब में 14 टीमें तैनात की गई हैं. मौसम विभाग ने उत्तर भारत के कई राज्यों में हल्की से भारी बारिश की चेतावनी फिर जारी की है.
देश के उत्तरी और पश्चिमी राज्यों में बारिश ने कहर मचा रखा है. एक तरफ जहां पहाड़ी इलाकों पर बारिश के चलते लोगों को जान-माल दोनों का नुकसान हो रहा है. वहीं मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में बारिश के चलते हर तरफ तबाही का मंजर नजर आ रहा है. वहीं उत्तराखंड के 13 जिले भी अलर्ट पर हैं. वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. जबकि पंजाब में हालात बारिश के चलते बदतर हो गए हैं. एनडीआरएफ के साथ-साथ सेना की तैनाती की गई है. उत्तर प्रदेश के कई जिले भी जलमग्न हो गए हैं.
मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली में 15 जुलाई तक बारिश की संभावना है. भारतीय मौसम विभाग के अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से हुई बातचीत में बताया कि मजबूत पश्चिमी विक्षोभ के चलते भारी बारिश हो रही है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने चंडीगढ़ मौसम विभाग के वैज्ञानिक एके सिंह के हवाले से बताया है कि देश में इन दिनों मानसून के साथ-साथ पश्चिमी विक्षोभ भी भारत में सक्रिय हो गया है, जिसके चलते भारी बारिश हो रही है.

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें