*डीईओ ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत, शिक्षकों को भी चेताया इस तरह के फ्रॉड कॉल से रहें सावधान
* धमाका ने ही किया था इस और इशारा की कहीं कोई ठग का कॉल तो नहीं
शिवपुरी। जिला शिक्षा विभाग से संबंधित डीईओ डीपीसी से जुड़ी रुपए की डिमांड वाली कथित वायरल ओडियो में बड़ा खुलासा हुआ हैं। आपको याद होगा धमाका ने इस और इशारा किया था की जो फोन जिस नंबर से किया गया वो बाहर का था। True कोलर से ये बात जाहिर हुई थी। हमने खबर में उल्लेख भी किया था।
दरअसल वही सच निकला हैं आउट deo ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी हैं। आपको बता दें की कभी एटीएम कार्ड बदलकर तो कभी ओटीपी जानकर ठगी करने वाले साइबर ठग नित नए हठकंडे अपना रहे हैं। ऐसा ही एक चौकाने वाला मामला शिवपुरी में सामने आया है जहां एक साइबर ठग ने खुद को शिवपुरी जिला शिक्षा अधिकारी का पीए बताकर पिछले दिनों डीपीसी के निरीक्षण में गैरहाजिर मिले एकीकृत माध्यमिक विद्यालय करसेना के शिक्षक राकेश गौतम को कार्यवाही का डर दिखाकर ऑनलाइन रुपए ऐंठने का प्रयास किया। हालांकि ठग के बातचीत के लहजे से शिक्षक को शक हुआ और वह ठग की बातों में नहीं आया, लेकिन इस मामले ने विभागीय अधिकारियों की भी चिंता बढ़ा दी है। मामला संज्ञान में आते ही डीईओ समरसिंह राठौड़ तत्काल हरकत में आए और संबंधित शिक्षक का आवेदन व बयान लेकर डीईओ कार्यालय के नाम पर कथित पीए बताकर कॉल करने वाले अज्ञात ठग की शिकायत पुलिस अधीक्षक व सायबर सैल में कर दी है। साथ ही जिले के शिक्षकों को भी बयान जारी कर आगाह किया है कि वे विभाग के नाम पर इस तरह के किसी भी ठग की बातों में ना आएं व ऐसे कॉल आने पर तत्काल जिला शिक्षा विभाग कार्यालय को अवगत कराएं। कुल मिलाकर इस तरह के ठगी के प्रयास का जिले में यह पहला मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।
कार्यवाही के समाचार को बनाया आधार
इस पूरे मामले में ठग ने मोबाइल नंबर 07389214106 से जिस शिक्षक राकेश गौतम को फोन लगाया था दरअसल 28 जुलाई को डीपीसी अशोक त्रिपाठी ने उनके स्कूल का निरीक्षण किया था और यहां पाँच शिक्षकों में से हरभजन सिंह रावत को छोड़कर राकेश गौतम, अशोक शर्मा, दिनेश शर्मा व गोपाल सिंह जाटव गैरहाजिर मिले थे। कार्यवाही की यह खबर 29 जुलाई को अखबारों व सोशल मीडिया साइड पर प्रकाशित हुई थी। संभवत: ठग ने इसी खबर को आधार बनाकर शिक्षक के फोन पर कॉल किया। इस दौरान वह खुद को डीईओ का पीए बताकर शिक्षक को कार्यवाही रोकने का ऑफर देते हुए फोन पे व पेटीएम पर इसके ऐवज में तत्काल रुपए भेजने की मांग करता रहा। इस दौरान ठग हुवहू खबर में प्रकाशित भाषा के अनुसार ही गैरहाजिर मिले शिक्षकों के नाम पढ़ रहा था तो वहीं बार-बार तत्काल राशि भेजने व ना भेजने की स्थिति में तुरंत निलंबन की बात कह रहा था।
बातचीत के लहजे से हुआ शक
इस मामले में शुरू मेें तो शिक्षक राकेश कथित ठग की बात से सहमा, लेकिन बाद में उसे ठग की भाषा व लहजे को लेकर शक हो गया। बता दें कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पीए का कोई पद ही नहीं होता इसके अलावा बार-बार निलंबन की फाइल अपलोड करने सहित कुछ अन्य शब्दाबली ने ठग के मंसूबों को शंका उपजने के चलते विफल कर दिया। वहीं ट्रूकॉलर पर भी कॉल किया गया नंबर एक कंपनी के पैमेंट बैंक नई दिल्ली के नाम से शो हो रहा था।
इनका कहना है
बुधवार को जैसे ही यह मामला सामने आया हमने पुलिस अधीक्षक व साइबर सैल को लिखित शिकायत दर्ज करा दी है। साथ ही जिले के सभी शिक्षकों को भी आगाह कर दिया है कि इस तरह के कॉल से सचेत रहें और ठगों की बातों में ना आएं। यदि ऐसा कोई कॉल आता है तो जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को तत्काल अवगत कराएं ताकि कानूनी कार्यवाही की जा सके।
समर सिंह राठौड़

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