25 सितंबर को लड़की बदहवास हालत में महाकाल थाना इलाके में दांडी आश्रम के पास मिली थी। उसके कपड़े खून से सने हुए थे। बच्ची आधे-अधूरे कपड़ों में सांवराखेड़ी सिंहस्थ बायपास की कॉलोनियों में ढाई घंटे तक भटकती रही। इसके CCTV फुटेज पुलिस ने खोजे हैं। वह पूरे आठ किलोमीटर चलती गई। फुटेज में ही बच्ची 5 ऑटो ड्राइवर के साथ दिखी है।
पुलिस ने पहले बच्ची की उम्र 12 साल बताई थी। हालांकि FIR कॉपी में उम्र 15 साल दर्ज है। SP सचिन शर्मा ने बताया कि पीड़ित सतना जिले के एक गांव की रहने वाली है। 24 सितंबर को घर से गायब हुई थी। उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट सतना जिले के जैतवारा थाने में दर्ज है। जैतवारा पुलिस ने बताया कि बच्ची की मां बचपन में ही उसे छोड़कर चली गई थी। पिता अर्धविक्षिप्त है। बच्ची अपने दादा और बड़े भाई के साथ एक गांव में रहती है। गांव के ही स्कूल में 8वीं कक्षा में पढ़ती है। उसके लापता होने पर दादा ने 24 सितंबर को गुमशुदगी दर्ज कराई थी। सतना पुलिस की टीम भी उज्जैन के लिए रवाना हुई है। बच्ची अपने घर से निकलकर ट्रेन से उज्जैन पहुंची थी। वह सोमवार तड़के 3 बजे उज्जैन रेलवे स्टेशन पर उतरी। यहां उसने एक ऑटो ड्राइवर से कुछ बात की। सुबह 5 पांच बजे तक बच्ची अलग-अलग ऑटो ड्राइवर के साथ CCTV फुटेज में नजर आई है।
प्रियंका गांधी ने कहा, भाजपा के कुशासन में कोई सुरक्षित नहीं
उज्जैन की घटना पर प्रियंका गांधी ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा, 'भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में एक छोटी बच्ची के साथ हुई बर्बरता आत्मा को झकझोर देने वाली है । अत्याचार के बाद वह ढाई घंटे तक दर-दर मदद के लिए भटकती रही और फिर बेहोश होकर सड़क पर गिर गई, लेकिन मदद नहीं मिल सकी।
ये है मध्यप्रदेश की कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा? भाजपा के 20 साल के कुशासन तंत्र में बच्चियां, महिलाएं आदिवासी, दलित कोई सुरक्षित नहीं है। लाडली बहना के नाम पर चुनावी घोषणाएं करने का क्या फायदा है? अगर बच्चियों को सुरक्षा और मदद तक नहीं मिल सकती।
दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख बोलीं, मदद नहीं करने वालों पर हो कार्रवाई
उज्जैन की घटना पर दिल्ली महिला आयोग
(DCW ) प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कहा, मध्यप्रदेश पुलिस को आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर और सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। ये कौन लोग हैं जिन्हें दया नहीं आई? जब नग्न अवस्था में खून से लथपथ हालत में 12 साल की छोटी बच्ची घर घर जाकर मदद की गुहार लगा रही थी, क्या ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए?
हम किस तरीके का देश बना रहे हैं? ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में जाना चाहिए और रेपिस्ट को फांसी होनी चाहिए। अगर ऐसी घटनाएं हर दूसरे दिन होती रहेंगी तो हमारी बेटियां कैसे बचेंगी और कैसे पढ़ेंगी। मैं सख्त कार्रवाई और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की अपील करूंगी।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें