डॉ. गर्ग बोले- न्यूयॉर्क के बाद पाली में हुआ ऐसा
पाली के बांगड़ हॉस्पिटल के डॉ. प्रवीण गर्ग ने बताया कि जांच में पता चला कि किसान की बॉडी में करीब 600 ML ऑर्गेनोफॉस्फोरस है। ऑर्गेनोफॉस्फोरस नाम का यह कीटनाशक इतना जहरीला होता है कि फसल पर 3 महीने तक कीड़े नहीं लगने देता । कीटनाशक की मात्रा इतनी ज्यादा थी कि युवक का बचना मुश्किल था।
युवक को 14 दिन तक वेंटिलेटर पर रखा गया। अमेरिकन जनरल बुक के हवाले से कह सकते हैं कि यह दुनिया का पहला केस है, जब इस तरह के केस में इतने ज्यादा इंजेक्शन लगाए गए।
इससे पहले न्यूयॉर्क में आया था ऐसा केस
दुनिया में इससे पहले अमेरिका के न्यूयॉर्क में इसी कीटनाशक की 300 ML मात्रा पी लेने वाले मरीज को 8 दिन में 760 इंजेक्शन लगाए गए थे। मेडिसिन डिपार्टमेंट की टीम ने जहर कम करने के लिए पहले ही दिन से वेंटिलेटर पर लेकर युवक को एंटी डोज ड्रग एट्रोपिन के इंजेक्शन लगाने शुरू कर दिए थे।
हर घंटे 50 इंजेक्शन लगे
डॉ. गर्ग ने बताया- शुरुआत के 3 दिन तक लगातार हर घंटे 50 इंजेक्शन लगाए गए। रोजाना करीब 1200 इंजेक्शन होते हैं। इसमें नर्सिंग स्टाफ ने भी काफी मेहनत की। 1-1 ML के 50 इंजेक्शन फोड़कर एक डोज बनाकर हर घंटे मरीज को देते रहे। धीरे-धीरे इंजेक्शन का डोज कम किया गया।

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