बढ़े हुए बिजली के बिलों को लेकर बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि हमने तय किया है कि जिन गरीब लाड़ली बहनाओं के बड़े-बड़े बिजली के बिल आए हैं, वो बिल बहनें नहीं भरेंगी, मैं भरवाऊंगा। इस महीने तक के बिल हम जीरो कर देंगे, अगले महीने से जिनके एक किलोवाट से कम की बिजली की खपत है उनके बिल केवल ₹100 आएंगे।
कहा कि मेरी बहनों, अगले साल से हमारे बच्चे कक्षा 12वीं में 60 प्रतिशत से अधिक नंबर लाएंगे तो मामा उन्हें लैपटॉप के लिए ₹25 हजार उनके खातों में डालेगा। गांव और शहर के स्कूल में कक्षा 12वीं जो बच्चे प्रथम, द्वितीय, तृतीय रैंक लाएंगे उन्हें मामा स्कूटी दिलाएगा। सीएम शिवराज ने आज सुबह ग्वालियर पहुंचकर सबसे पहले द ग्रेट सिंधिया के साथ बैठकर भगवान अचलनाथ का अभिषेक किया और जनदर्शन के लिए निकल पड़े। रोड शो के दौरान जगह-जगह चल के विभिन्न जिलों से आई महिलाओं एवं पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा उनका जोरदार स्वागत किया गया।जो सनातन धर्म मंदिर मार्ग, इंदरगंज, जयेन्द्रगंज और नदी गेट से होती हुई राज्य स्तरीय कार्यक्रम स्थल फूलबाग मैदान पहुंची। सिंगल क्लिक से लगभग 378 करोड़ से अधिक की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास कर ग्वालियर वासियों को अनेक सौगातें दीं। सीएम चौहान ने कहा कि ग्वालियर में पेयजल आपूर्ति से संबंधित परियोजना के लिए जितनी भी राशि की आवश्यकता होगी, वह राज्य सरकार द्वारा दी जाएगी। विभिन्न योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराने और आवेदक की पात्रता की जांच में सक्षम "पात्रता एप" भी लांच किया। विभिन्न क्षेत्रों में कार्यों के लिए बहनों का सम्मान भी किया। उन्होंने कहा नारी शक्ति जागेगी-सारी समस्या भागेगी के घोष के साथ महिलाओं को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया तथा एकजुटता बनाकर आगे बढने, भरपूर परिश्रम करने और अपनी जिंदगी बदलने के लिए निरंतर प्रयास करने का संकल्प दिलाया। सीएम ने कन्या पूजन किया। लाडली बहनों के पैर पखारे, इसके बाद दीप प्रज्जवलित कर राज्य स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कार्यक्रम में गीत "फूलों का तारों का कहना है लाखों हजारों में मेरी बहना है" गाकर तथा पधारी बहनों पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। बहनों ने सीएम चौहान की आरती उतारी। सीएम चौहान ने कहा कि लाडली बहना योजना से बहनों के जीवन में बदलाव आ रहा है। कई बहनों ने स्वयं के व्यवसाय आरंभ किए हैं। अगले अक्टूबर महीने से बहनों को 1,250 रुपये प्रतिमाह जारी किए जाएंगे। लाड़ली बहना आवास योजना के अंतर्गत बहनों के कच्चे घरों को पक्का बनाकर दिया जाएगा।कहा कि लाडली बहना योजना केवल योजना नहीं, बल्कि एक आंदोलन है। यह आंदोलन है, बहनों के दु:ख दूर करने, उनकी जिंदगी खुशहाल बनाने, उन्हें मजबूर नहीं, उन्हें मजबूत बनाने का और उनकी जिंदगी बदलने का। बहनों का स्नेह और प्रेम मेरे लिए बिना थके, बिना रूके काम करने की प्ररेणा है। बहनों की आमदनी हर महीने 10 हजार रुपये करने के लिए हमारी सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। हम भाई-बहन मिलकर इस सपने को साकार करेंगे। महिलाओं के स्वसहायता समूहों द्वारा की जाने वाली गतिविधियों का दायरा लगातार बढ़ रहा है। प्रदेश के तीन टोल टैक्स नाके चलाने तक की जिम्मेदारी भी बहनों को दी गई है। टोल टैक्स से संकलित राशि का 30 प्रतिशत बहनों को दिया जाएगा।
1.31 करोड़ लाडली बहनों के खाते में CM शिवराज ने डाले 1269 करोड़ रुपये, लांच किया 'पात्रता एप'
Ladli Behna Yojana: सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को प्रदेश की एक करोड़ 31 लाख लाडली बहनों के खाते में एक हजार 269 करोड़ रुपये की राशि सिंगल क्लिक से ट्रांसफर की। अगले अक्टूबर महीने से लाडली बहनों के खाते में 250 रुपये बढ़ी हुई राशि यानी 1,250 रुपये डाली जाएगी। ग्वालियर जिले में सीएम शिवराज ने 378 करोड़ रुपये के 23 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। सीएम चौहान ग्वालियर में आयोजित राज्य स्तरीय महिला हितग्राही सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
इस कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ग्वालियर में "मध्यप्रदेश चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री ग्वालियर" के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सहभागिता की।आशीर्वाद से प्रदेश में वर्षा हो रही
सीएम चौहान ने कहा कि मैंने महाकाल महाराज से प्रदेश में पर्याप्त वर्षा की प्रार्थना की है, आज अचलेश्वर महादेव मंदिर पर भी वर्षा के लिए माथा टेका है। ईश्वर कृपा और आप सब बहनों के आशीर्वाद से प्रदेश में वर्षा हो रही है। प्रदेश में गरीब कल्याण के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। बच्चों की पढ़ाई, युवाओं को रोजगार, परिवारों के लिए आवास, गरीबों के इलाज और उनकी रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं। महिलाओं के मान-सम्मान की सुरक्षा के लिए सजगता और दुष्टों पर कठोर कार्रवाईयां जारी हैं। लाडली बहना सेना भी बहनों की जिंदगी बदलने के लिए सक्रिय हैं।
बेटियों के लिए प्रदेशवासियों का दृष्टिकोण बदला: द ग्रेट सिंधिया
केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि समाज में बेटी को बोझ माना जाता था। लेकिन मुख्यमंत्री ने सामाजिक परिवर्तन के सोच और इस दिशा में किए गए कार्यों से बेटियों के लिए प्रदेशवासियों का दृष्टिकोण बदला है। महिला सशक्तिकरण के लिए किए गए प्रयासों का प्रभाव स्पष्ट दिख रहा है। मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में प्रदेश, देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हुआ है। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने ग्वालियर की पेयजल व्यवस्था के लिए अतिरिक्त राशि स्वीकृत करने का निवेदन किया। साथ ही कहा की 2018 में जब कांग्रेस की सरकार बनी तो उन्होंने महिलाओं के हित में चल रही हर योजना को बंद कर दिया। संबल योजना, कान्यदान योजना पर ताला लगा दिया, आंगनवाड़ी में काम कर रही महिलाओं का वेतन कम कर दिया।
अगर कांग्रेस की सरकार 2023 में बनी तो भाजपा द्वारा शुरू की गई महिला विकास की हर योजना को रोक दिया जाएगा - वह बहनों से लाड़ली बहना योजना और कन्यादान योजना का हक़ छीन लेंगे और आरक्षण भी समाप्त कर देंगे।सीएम ने किया विकास कार्यों का लोकार्पण
मुख्यमंत्री चौहान ने लगभग चार करोड़ 96 लाख रुपये की लागत से सिरोल क्षेत्र में बनकर तैयार हुए यातायात पार्क, ट्रैफिक एज्यूकेशन सेंटर व ट्रेनीज हॉस्टल, तीन करोड़ रुपये की लागत से 13वीं वाहिनी एसएएफ में बने स्वीमिंग पूल, एक करोड़ 73 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित थाना भवन गिरवाई, नौ करोड़ 79 लाख रुपये की लागत से गार्वेज ट्रांसफर स्टेशन गौशाला व जलालपुर, सात करोड़ 72 लाख रुपये लागत से बनाए गए शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय मुरार क्रमांक-1 के 100 सीटर बालक व 100 सीटर बालिका छात्रावास, सात करोड़ 72 लाख से निर्मित मॉडल स्कूल डबरा एवं 100 सीटर बालक व 100 सीटर बालिका छात्रावास, 48 लाख रुपये की लागत से बने महिला बाल विकास विभाग के वन स्टॉप सेंटर और तीन करोड़ 46 लाख रुपये की लागत से शाउमावि हरिदर्शन में निर्मित 50–50 सीटर बालक व बालिका छात्रावास का वर्चुअल लोकार्पण किया।
निर्माण कार्यों का भूमिपूजन
मुख्यमंत्री चौहान ने लगभग 144 करोड़ रुपये से अधिक लागत से होने जा रहे पवित्र स्थल भदावनाका सौंदर्यीकरण व विकास, 60 करोड़ 75 लाख रुपये की लागत से काशी बाबा सिद्ध क्षेत्र में पार्किंग, पाथवे, जन सुविधा केन्द्र व अन्य विकास कार्य, 61 करोड़ सात लाख रुपये की लागत से बनने जा रहे शासकीय कन्या उमावि पद्मा का भवन, लगभग 40 करोड़ की लागत से बनने जा रहा शासकीय मॉडल उमावि भितरवार का भवन, तीन करोड़ 14 लाख रुपये की लागत से बनने जा रही स्वास्थ्य प्रबंधन संस्थान से गोविंदपुरी चौराहे तक डामरीकृत सड़क, ग्वालियर शहर के वार्ड–64 के अंतर्गत एक करोड़ 79 लाख रुपये की लागत से बनने जा रही रेशमपुरा की पुलिया से टेहलरी व सिगौरा चौक तक डामरीकृत सड़क व चौड़ीकरण कार्य, दो करोड़ 25 लाख रुपएलागत से शताब्दीपुरम की विभिन्न गलियों में डामरीकर व नाली निर्माण कार्य, एक करोड़ 91 लाख रुपये लागत से औद्योगिक क्षेत्र गोसपुरा में सीमेंट कंक्रीट रोड़ व आरसीसी इत्यादि कार्य। लगभग दो करोड़ की लागत से ग्राम सालवई, लगभग तीन करोड़ 12 लाख की लागत से ग्राम गिजौर्रा व दो करोड़ 84 लाख रुपये की लागत से बनने जा रहे पांच एमवीए 33/11 केवी के विद्यु उपकेन्द्र, चीनौर में पांच करोड़ 74 लाख रुपये की लागत से बनने जा रहे छ: बिस्तरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र व 30 बिस्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन कार्य का भूमिपूजन किया।

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