निर्वाचन की तैयारियां जोरो पर
विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर निर्वाचन आयोग के निर्देश पर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां जोरो पर चल रही है। राज्य निर्वाचन सहित जिला निर्वाचन कार्यालयों में रात दिन निर्वाचन संबंधित कामकाज चल रहा है। प्रदेश के लगभग सभी जिलों में मतदान केन्द्रो के भौतिक सत्यापन का काम लगभग पूरा हो चुका है। सत्यापन के दौरान जिन मतदान केन्द्रो में बिजली, पानी, शौचालय, रैम्प की व्यवस्थाओं में कमी पायी गई है उनकी पूर्ति युद्ध स्तर पर की जा रही है। मतदान के लिए कर्मचारियों का डेटा बेस तैयार किया जा चुका है। साथ ही निर्वाचन से संबंधित प्रशिक्षण का दौर भी शुरू हो गया है। मप्र के सभी जिलों में निर्वाचन 2023 को लेकर डिस्ट्रक्ट इलेक्शन प्लान एवं कम्यूनिकेशन प्लान तैयार किया जा चुका है। निर्वाचन कार्य से संबंधित स्ट्रांग रूम, नामांकन जमा करने के लिए लोकेशन एवं काउंटिंग सेंटर के लिए स्थल चयन का जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा किया जा चुका है। मतदाता सूची के पुर्नरीक्षण का कार्य जोरो पर है। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 4 अक्टूबर को किया जायेगा। जिसके बाद भारत निर्वाचन आयोग कभी भी विधानसभा निर्वाचन 2023 के कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है।
राजनैतिक सरगर्मी बढ़ी
विधानसभा चुनाव 2023 के मद्देनजर बीते लगभाग एक सप्ताह से राजनैतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। भाजपा द्वारा जनआशीर्वाद एवं कांग्रेस द्वारा जनाक्रोश यात्रा निकाली जा रही है। भाजपा कांग्रेस पार्टियों सहित क्षेत्रीय दलों के बड़े नेताओं द्वारा प्रदेश में सतत दौरे कर चुनावी रणनीति को अंतिम रूप दिया जा रहा है। प्रत्याशी चयन को लेकर भी विभिन्न राजनैतिक दलों का होमवर्क लगभग पूर्ण हो चुका है। भाजपा ने तो 39 उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर दी है। सितंबर माह के अंत तक विभिन्न राजनैतिक दलों द्वारा अधिकतर सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित किये जा सकते हैं जिनके नाम बाद में सार्वजनिक किए जाएंगे। दिसंबर के दूसरे सप्ताह में पूर्ण होगी चुनाव प्रक्रिया
भारत निर्वाचन आयोग मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मिजोरम सहित तेलंगाना राज्यों के विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया दिसंबर के दूसरे सप्ताह में पूर्ण करने के मूड में दिख रहा है। उच्च पदस्थ सूत्रों की माने तो भारत निर्वाचन आयोग विधानसभा चुनाव 2018 के चुनाव कार्यक्रम की तिथियों के आसपास 2023 के चुनाव कार्यक्रम की तिथियों की घोषणा कर सकता है। तभी दिसंबर के दूसरे सप्ताह में चुनाव प्रक्रिया पूर्ण हो सकेगी। निर्वाचन से जुड़े जानकारों की माने तो 4 अक्टूबर को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होने के बाद किसी भी दिन चुनाव आयोग द्वारा विधानसभा निर्वाचन 2023 के कार्यक्रम की घोषणा की जा सकती है।
2013-2018 में 54 दिन पहले लगी थी आचार संहिता
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2013 एवं 2018 के विधानसभा चुनाव में मतदान के 54 दिन पहले आदर्श आचरण संहिता लागू हुई थी। पिछले दो विधानसभा चुनाव कार्यक्रमों के विश्लेषणों से विधानसभा चुनाव 2023 की आचार संहिता मतदान के 54 दिन पूर्व लगने की संभावना जताई जा रही है। चुनाव आयोग द्वारा 2013 के विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा 3 अक्टूबर को हुई थी जबकि मतदान 25 नवंबर को हुआ। साथ ही 2018 के विधानसभा चुनाव कार्यक्रम 6 अक्टूबर को घोषित हुए और मतदान 28 नवंबर को हुआ था। जिससे संभावना जताई जा रही है कि विधानसभा निर्वाचन 2023 का चुनाव कार्यक्रम 7 अक्टूबर को घोषित हो सकता है तथा चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के 54 दिन बाद मतदान की संभावना है।

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