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धमाका बड़ी खबर: गुर्जर महाकुंभ में जमकर बवाल, दर्जनों अधिकारियों की गाड़ियां तोड़ी, जो भी दिखा जमकर पीटा, कॉलेज की बसों में भी जमकर तोड़फोड़

सोमवार, 25 सितंबर 2023

/ by Vipin Shukla Mama
ग्वालियर। ग्वालियर में सोमवार को आयोजित गुर्जर महाकुंभ में जमकर बवाल हो गया, दर्जनों अधिकारियों की गाड़ियां तोड़ डाली गई, जो भी दिखा जमकर पीटा, कॉलेज की बसों में भी जमकर तोड़फोड़ की गई, बसों में विद्यार्थी बैठे हुए थे जान बचाकर भागे। दरअसल महानगर में फूलबाग मैदान पर सोमवार को गुर्जर पंचायत के बैनर तले गुर्जर महाकुंभ का आयोजन किया गया था। इस महाकुंभ में अंचल के सभी जिलों और दूसरे प्रदेशों से गुर्जर समाज के लोग शामिल हुए थे। महाकुंभ में पांच प्रमुख मांगों को रखा गया था। महाकुंभ के बाद गुर्जर समुदाय के लोग कलेक्ट्रेट ज्ञापन देने पहुंचे थे। पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर भी ज्ञापन लेने पहुंच गए थे लेकिन भीड़ में शामिल कुछ लोग अक्रोशित हो गए। बस फिर क्या था लोगों ने बैरिकेड तोड़ा और कलेक्ट्रेट में घुसने की कोशिश की। पुलिस बल कम होने के कारण लोग कलेक्ट्रेट  में दाखिल हो गए जमकर पत्थरबाजी की आक्रोशित लोगों ने पुलिस अधीक्षक, कलेक्टर एसपी, नगर निगम कमिश्नर, एसडीएम समेत 50 से ज्यादा अधिकारियों की सरकारी गाड़ियों को चकनाचूर कर दिया। यही नहीं जो भी सामने दिखा उसे जमकर पीटा। पीटे जाने वालों में कई पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। इसके बाद पुलिस ने अपनी सुरक्षा के लिए आंसू गैस के गोले दागे। इलाके में पुलिस बल तैनात हैं।बताया जाता है कि ग्वालियर में हजारों की संख्या में देश के विभिन्न राज्यों से गुर्जर समाज के लोग जमा हुए थे। लोगों ने प्रशासन से आम सभा के लिए पहले ही इजाजत मांगी थी। दिन भर चली सभा के बाद शाम को तकरीबन 5 बजे समाज के लोग अपनी मांग के साथ अधिकारियों को ज्ञापन देने के लिए रैली के रूप में निकले थे। सभी लोग ग्वालियर की विभिन्न सड़कों से होते हुए कलेक्ट्रेट तक पहुंचे। इस दौरान किसी बात पर समाज के लोग उग्र हो गए। हजारों की संख्या में लोगों ने पुलिस पर हमला बोल दिया।
पुलिस ने आक्रोशित भीड़ को रोकने का हर संभव प्रयास किया, लेकिन हजारों की संख्या में मौजूद लोगों ने पुलिस की एक नहीं सुनी। लोगों ने कलेक्ट्रेट पर लगे बैरिकेट्स को तोड़ दिया। कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार को भी भीड़ ने तोड़ दिया। कलेक्ट्रेट परिसर में भी गुस्साए लोगों ने जमकर बवाल काटा। पुलिस ने जब लोगों को रोका तो उन पर भी जोरदार पथराव किया गया। भीड़ ने कलेक्ट्रेट के बाहर रखी पुलिस अधीक्षक, कलेक्टर, एसडीएम और तहसीलदार की गाड़ियों पर जमकर पत्थर बरसाए। कुछ पुलिसकर्मियों को भी पीटा। पुलिस ने हालात काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस ने और फोर्स बुलाकर कलेक्ट्रेट को छावनी में तब्दील कर दिया। साथ ही चिरवाई नाके पर राजा मिहिर भोज की प्रतिमा के आसपास भी फोर्स तैनात की। पुलिस ने 25 संदिग्ध लोगों को पकड़ा है। ये सभी बाइक से आए थे। उन्होंने पास ही के पेट्रोल पंप पर बाइक पार्क की थी। पुलिस ने पेट्रोल पंप पर खड़ी 150 से ज्यादा बाइक जब्त कर ली हैं। सबसे बड़ी मांग गुर्जर सम्राट मिहिर भोज को लेकर है।
असल में, ग्वालियर में पिछले दो साल से चिरवाई नाका पर लगी सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा को विवाद के चलते टीन शेड से कवर कर दिया गया था। ये कार्रवाई कोर्ट के आदेश पर जिला प्रशासन और पुलिस ने की थी। इसी को लेकर गुर्जर समुदाय में आक्रोश है। इनकी मांग है कि प्रतिमा के आसपास लगाए गए टीनशेड कवर हटाए जाएं। कलेक्ट्रेट पहुंचकर बेकाबू हो गई भीड़
आक्रोशित गुर्जर समुदाय के लोग कलेक्ट्रेट पहुंच गए। यहां उन्हें नीचे ही गेट पर रोक लिया गया। इससे भीड़ बेकाबू हो गई । बैरिकेड्स तोड़कर भीड़ कलेक्ट्रेट में ऊपर पहुंच गई। यहां जो रास्ते में मिला, उसे पीटा। पुलिस जवान रोकने आए, तो उनको चांटे मारे।
हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़ने की धमकी दी, तो गुर्जर युवाओं ने कलेक्ट्रेट में खड़े अफसरों और वहां आए लोगों के वाहनों में तोड़फोड़ कर दी। पत्थरबाजी में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस बल कम था। इमरजेंसी में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बाद प्रदर्शनकारी तितर-बितर हो गए। घटना के बाद से कलेक्ट्रेट परिसर में पुलिस बल तैनात है। सूचना पर एसएसपी राजेश सिंह चंदेल, एएसपी ऋषिकेश मीणा समेत अन्य अधिकारी कलेक्ट्रेट पहुंच गए। पुलिस अब उपद्रवियों की पहचान कर रही है।
विधानसभा चुनाव से पहले गुर्जर समाज का शक्ति प्रदर्शन
सोमवार को हुए प्रदर्शन में आठ से 10 राज्यों के गुर्जर समुदाय के लोग एकत्रित हुए। मंच से गुर्जर समुदाय ने भाजपा-कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक दलों को चेतावनी दी। कहा गया कि प्रदेश में गुर्जर समुदाय की जनसंख्या को देखते गुर्जर नेताओं को टिकट दिए जाएं। अन्यथा गुर्जर समाज उनके खिलाफ प्रचार करेगा। ग्वालियर-चंबल अंचल की कई विधानसभा सीट ऐसी हैं, जहां गुर्जर वोट बैंक हार जीत में निर्णायक होता है।
गुर्जर महाकुंभ के संयोजक दिनेश कंसाना निवासी ओहदपुर ने बताया कि 7 अगस्त को सातऊं गांव स्थित शीतला माता मंदिर से गुर्जर जागरण पदयात्रा निकली थी। यह कई शहरों और राज्यों में होने के बाद 48 दिन बाद फूलबाग मैदान पर सोमवार को पहुंची। गुर्जर समाज के इतिहास और वर्तमान में उनकी मांगों को लेकर जागरुक करेंगे।
गुर्जर समाज की ये रहीं मांगें
गुर्जर समाज को भाजपा-कांग्रेस संख्या के आधार पर प्रतिनिधित्व दें
गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के आसपास लगाए गए टीनशेड कवर हटाए जाएं
भिंड में भूरेश्वर मंदिर से हटाया गया गुर्जर बोर्ड वापस लगाया जाए
गुर्जर प्रतिहार वंश की ऐतिहासिकता से छेड़छाड़ बंद की जाए
e गुर्जर समाज का निर्दोष सदस्य आकाश गुर्जर के एनकाउंटर पर उसके परिवार को आर्थिक मदद दी जाए
जहां-जहां से गुर्जर नाम हटाया गया है वहां उसका उल्लेख वापस किया जाए।














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