पहला सुसाइड नोट: इतनी गंदी सोच, वो भी मेरे बारे में, गलत चाची.....
पहले सुसाइड नोट में अवधेश ने लिखा है कि 'चाचा-चाची से कहना कि मैं गलत नहीं हूं। मैंने हमेशा उसको अपनी बहन, भगवान से भी बढ़कर माना है और भगवान की तरह पूजा है। मेरे मन में कभी कोई गंदी सोच या कपट नहीं है। वो मेरी लाड़ली बहन है और हमेशा रहेगी। हम तो उस डायरी में भाई-बहन के बारे में लिखते थे। मैंने तो कभी भी उसे गलत नजर से देखा ही नहीं। चाची के मन में गलत सोच की वजह से मैं बहुत ज्यादा टूट गया हूँ। इतनी गंदी सोच, वो भी मेरे बारे में। गलत चाची गलत। चाचा मैं गलत नहीं हूं। आई लव यू माई फैमिली एंड मिस यू।" आखिरी में नीचे अंग्रेजी में अपने हस्ताक्षर किए हैं।
दूसरा सुसाइड नोट : मेरी आखिरी इच्छा है कि बहन की शादी उसकी मर्जी से ही करना
दूसरे सुसाइड नोट में अवधेश ने लिखा है कि 'चाचा मैंने आपसे कभी कुछ भी नहीं मांगा। मेरी आखिरी इच्छा ये है कि उसकी शादी उसकी मर्जी से ही करना। प्लीज चाचा जिससे हमेशा खुश रहेगी मेरी बहन । मैंने हमेशा मेरी बहन को हर बेस्ट चीज दी है, ये चीज भी बेस्ट देनी है तो चाचा आपको मेरी कसम है। मरने वाले की आखिरी इच्छा आपको ही पूरी करनी है। मेरी बहन की उसकी मर्जी से शादी करानी है। चाचा मेरी ये इच्छा पूरी करना है, आपको। ओके आई लव यू चाचू मां, पापा, भाई को मेरा प्यार देना..... आपका प्यारा भतीजा अवधेश।'
परिवार में किसी से बातचीत नहीं हुई, कब फांसी लगा ली पता ही नहीं चला
■ शनिवार की रात में अवधेश खाना खाकर कमरे में सोने चला गया था। परिवार में किसी से कोई बातचीत नहीं हुई। सुबह नींद खुलने पर उसकी मौत के बारे में पता चला। रात में कब फांसी लगा ली, हमें पता ही नहीं चला। - श्रीचंद्र उर्फ किचौली परिहार, मृतक के पिता सुसाइड नोट में किसी लड़की के बारे में सफाई देने जैसा प्रयास किया है
• युवक का शव घर के छज्जे के सहारे रस्सी के फंदे पर लटका मिला है। सुसाइड नोट में किसी लड़की के बारे में सफाई देने जैसा प्रयास किया है। अभी किसी के बयान नहीं हुए हैं। पीएम कराकर मर्ग कायम कर लिया है। - अमृतलाल भिलाला, एएसआई एवं जांच अधिकारी, सिटी कोतवाली थाना शिवपुरी

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