दरअसल एक हफ्ते पहले मंगलम के 1250 से अधिक सदस्यों में से 24 डायरेक्टर मनोनीत किये गये थे और 25 वे डायरेक्टर के रूप में जयपुर से संस्थागत नाम इंजीनियर राजेंद्र मजेजी का आया। जिसके आधार पर माना जा रहा था कि उन्हें ही संस्था का फिर से सचिव बनाया जाएगा, क्योंकि संस्था में काम करने का सचिव पद पर उनके पास एक लंबा अनुभव है। यही वजह रही की अध्यक्ष पद पर जब राकेश गुप्ता ने मना किया तो उनकी जगह डॉक्टर गोविंद सिंह के नाम पर सभी सदस्यों की सहमति बन गई। इसी तरह से जब सचिव पद की बारी आई तो इंजीनियर राजेंद्र मजेजी का नाम सहमति से फाइनल हो गया लेकिन जब अन्य पदों के लिए डायरेक्टर्स के नाम मांगे तो पदाधिकारी बनने में डायरेक्टर्स ने रुचि दिखाई और उपाध्यक्ष सह सचिव, और कोषाध्यक्ष तीनों पदों के लिए पद से अधिक डायरेक्टर ने दावा किया, जिनमें से वरिष्ठों की सहमति के बाद पदाधिकारी चुन लिया गया। मंगलम पदाधिकारी बनने के लिए उपाध्यक्ष पद के लिए नरेंद्र जैन भोला, मुकेश गोयल, वासित अली, जिनेश जैन और डॉक्टर शैलेंद्र गुप्ता का दावा था, क्योंकि तीन उपाध्यक्ष चुने जाने थे इस वजह से जब स्वेच्छिक रूप से जिनेश जैन ने नाम वापस ले लिया तो डॉक्टर शैलेंद्र गुप्ता ने भी बड़ा दिल दिखाते हुए अपना नाम वापस ले लिया। यही वजह रही कि अंत में नरेंद्र जैन भोला, मुकेश गोयल और बासित अली उपाध्यक्ष पद के लिए नामांकित हो गए। जब बारी सह सचिव की आई तो राजीव श्रीवास्तव, राजेश सिंघल, डॉ सुरेश चंद गुप्ता, हरिओम अग्रवाल और अमित खंडेलवाल के नाम सामने आए। जिसमें स्वैच्छिक रूप से हरिओम अग्रवाल और अमित खंडेलवाल ने अपने नाम वापस ले लिए और इस तरह राजीव श्रीवास्तव, राजेश सिंघल और डॉक्टर सुरेश चंद गुप्ता सह सचिव मनोनीत हुए। लेकिन कोषाध्यक्ष पद के हुए चुनाव में दीपक गोयल और चौधरी अरविंद कुमार जैन के बीच बहुत देर तक सहमति नहीं बनी । आखिर में उनके नाम के मतपत्र भी बन गए। लेकिन जब कोषाध्यक्ष के साथ-साथ सह कोषाध्यक्ष पद की बात वरिष्ठ सदस्यों ने दोनों के बीच रखी तो अंततः दीपक गोयल को फिर से कोषाध्यक्ष मनोनीत कर लिया गया और चौधरी अरविंद जैन को सह कोषाध्यक्ष बनने के लिए डायरेक्टर ने अपनी सहमति दी, लेकिन इसके लिए उन्हें अब एजीएम में यह प्रस्ताव लाना होगा, तब कहीं जाकर उनके नाम पर मोहर लग सकी। हालांकि उन्हें फिलहाल कार्यकारिणी सदस्य नामांकित कर दिया है।
इनको लिया कार्यकारिणी में
कार्यकारिणी सदस्य के रूप में संस्था डायरेक्टर्स में से डॉ. अजय खेमरिया, रामशरण अग्रवाल, प्रमोद भार्गव, राकेश गुप्ता, एसकेएस चौहान, जिनेन्द्र कुमार जैन, राजेश विहारी पाठक, विष्णु सोनी, नंदकिशोर राठी, डॉ. शैलेन्द्र गुप्ता, अशोक कोचेटा, जिनेश जैन, रंजीत गुप्ता, हरिओम अग्रवाल, चौधरी अरविन्द्र जैन, अमित खण्डेलवाल के नाम की घोषणा की गई।
डॉक्टर गोविंद सिंह एक अनुभवी व्यक्तित्व
डॉक्टर गोविंद सिंह का नाम सामने आते ही एक अनुभवी व्यक्तित्व की छवि सामने आती हैं। आप ठीक डॉक्टर अजय खेमरिया की तरह दूर दृष्टि, गहरी सोच के साथ काम करने के लिए जाने जाते हैं। उनको जिला अस्पताल के संचालन का खासा अनुभव हैं और उनके नेतृत्व में ही जिला अस्पताल को प्रदेश के नंबर एक आने का सौभाग्य मिला था। इधर इंजीनियर राजेंद्र मजेजी भी लंबा अनुभव रखते हैं जिससे मंगलम को और अधिक ऊंची उड़ान मिलेगी उम्मीद हैं।

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