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साहित्य सृजन किसी तप से कम नहीं होता: डी आई जी सुरिन्दर खत्री

बुधवार, 6 सितंबर 2023

/ by Vipin Shukla Mama
साहित्यकारों की पुस्तकों का विमोचन समारोह संपन्न
करैरा। स्थानीय साहित्यकारों की ओर से करैरा के साहित्यकारों की पुस्तकों का विमोचन कार्यक्रम स्थानीय ताज विलास पैलेस करैरा पर आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में आरटीसी  आईटीबीपी करैरा के डीआईजी सुरिन्दर खत्री उपस्थित रहे । 
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध साहित्यकार एवं पूर्व प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय करैरा डा. लखन लाल खरे द्वारा की गई। 
विशिष्ट अतिथि के रूप में बृम्हेन्द्र गुप्ता सीईओ जनपद पंचायत करैरा, फैयाज़ खान असिस्टेंट कमान्डेंट आईटीबीपी करैरा, विवेक त्रिपाठी अध्यक्ष जनभागीदारी समिति शासकीय महाविद्यालय करैरा, श्रीमती अंजलि खत्री साहित्यकार, प्रदीप भार्गव तहसीलदार बदरवास, सुनील शर्मा जेल अधीक्षक करैरा, श्रीमती शारदा रावत अध्यक्ष नगर पंचायत करैरा के साथ पुस्तक रचनाकार सतीश श्रीवास्तव, प्रभु दयाल शर्मा और जीतेन्द्र गुप्ता उपस्थित थे। 
माँ सरस्वती के पूजन के पश्चात अतिथियों का स्वागत किया गया तथा शिक्षक दिवस के उपलक्ष में सेवानिवृत्त शिक्षक वेदप्रकाश श्रीवास्तव, शालिगराम शर्मा, घनश्याम योगी, चन्द्रप्रकाश श्रीवास्तव, और सुनील कुचया का सम्मान शाल श्रीफल भेंट कर किया गया। 
अतिथियों द्वारा साहित्यकार सतीश श्रीवास्तव के कहानी संग्रह अपने घर चलो सावित्री, प्रभु दयाल शर्मा के कविता संग्रह कर गुजर कुछ और जीतेन्द्र गुप्ता के कविता संग्रह आफ्टर फरवरी का विमोचन किया गया  । 
विमोचन के पश्चात सतीश श्रीवास्तव, प्रभु दयाल शर्मा और जीतेन्द्र गुप्ता ने अपनी पुस्तक सृजन के कटु अनुभवों को साझा किया तत्पश्चात् पुस्तक समीक्षा के क्रम में शिवपुरी के प्रसिद्ध साहित्यकार दिनेश वशिष्ठ ने कहानी संग्रह अपने घर चलो सावित्री की चर्चा करते हुए कहा कि सतीश श्रीवास्तव के कहानी संग्रह की कहानी हमारे समाज में व्याप्त विद्रूपताओं समस्याओं को सामने लाती हैं तो वही समाज में सुधार और संघर्ष के लिए भी प्रेरणा देती हैं। 
प्रभु दयाल शर्मा के कविता संग्रह कर गुजर कुछ की चर्चा करते हुए वरिष्ठ गीतकार घनश्याम योगी ने उनकी कविताओं को जन उपयोगी और राष्ट्र प्रेम की कविताएँ बताया साथ ही कविता संग्रह की कविताएँ श्रोताओं को अपनी शैली में सुनाई तो तालियाँ गूंज उठी । 
आफ्टर फरवरी के रचनाकार जीतेन्द्र गुप्ता के कविता संग्रह की समीक्षा बडे़ ही रोचक ढंग से साहित्यकार अंजलि खत्री प्रस्तुत की साथ ही रचनाकार की भूरि भूरि प्रशंसा की। 
विशिष्ट अतिथियों के उद्बोधन के पश्चात मुख्य अतिथि डीआईजी सुरिन्दर खत्री ने कहा कि करैरा का साहित्य संसार बहुत ही विराट है मुझे यहाँ के सभी साहित्यकारों में आपसी सद्भाव और सहयोग की भावना हमेशा प्रेरित करती है ,सचमुच साहित्य सृजन किसी तप से कम नहीं होता। 
अध्यक्षीय उद्बोधन में डा. लखन लाल खरे ने साहित्य सृजन की बारीकियाँ समझने की बात रखते हुए कहा कि साहित्यकार की यह जिम्मेदारी बनती है कि साहित्य सृजन बड़ी सावधानी से करे क्योंकि यही शब्द ही आगे की पीढ़ियों के लिए इतिहास बनते हैं । 
कवि सम्मेलन में प्रमोद गुप्ता भारती ,साहित्यकार घनश्याम योगी, चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव,डॉ राजेन्द्र गुप्ता, डॉ ओमप्रकाश दुबे, रमेश वाजपेयी, प्रभु दयाल शर्मा, सतीश श्रीवास्तव, जीतेन्द्र गुप्ता,प्रतीक सिंह चौहान, वेदप्रकाश दुबे, सौरभ तिवारी,डॉ. लखन लाल खरे,राकेश सिंह, दिनेश वशिष्ठ,के साथअतिथि कवि रचना पाठ किया ।
कार्यक्रम में नगर के गणमान्य नागरिक, पत्रकार और साहित्यकार उपस्थित रहे । 
कार्यक्रम का संचालन प्रमोद गुप्ता भारती ने किया तथा सुरेश बन्धु ने आभार व्यक्त किया ।













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