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धमाका बड़ी खबर: ITBP एसआई को गार्ड ऑफ ऑनर के साथ 4 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि, फेफड़ों में इन्फेक्शन के कारण चली गई जान

सोमवार, 25 सितंबर 2023

/ by Vipin Shukla Mama
शिवपुरी। बिहार में पदस्थ आईटीबीपी के एसआई 42 वर्षीय रोहित चौरसिया का निधन शनिवार की शाम सिलीगुड़ी के अस्पताल में हो गया था। जिन्हें सोमवार को गार्ड ऑफ ऑनर व राजकीय सम्मान के साथ चार साल के बेटे ने अंतिम विदाई दी। उनके अंतिम संस्कार में विधायक वीरेंद्र रघुवंशी शामिल हुए पर पुष्पांजलि अर्पित कर परिजनों को धैर्य बंधाया। नगर के मुक्तिधाम में एसआई रोहित की पार्थिव देह को जब चार साल के बेटे ने अपने चाचा की गोद में बैठकर मुखाग्नि दी तो लोगों की आंख नम हो गई। एसआई रोहित का बेटा कृषणन अपने पिता का लाड़ला था और उन्हीं के साथ ज्यादातर समय गुजारता था लेकिन आज मासूम को उसके ऊपर टूटे दुखों के पहाड़ से अनजान था। रोहित के निधन का कारण फेफड़ों में इन्फेक्शन का होना और ऑक्सीजन की कमी बताया जा रहा है जिससे उन्होंने सिलीगुड़ी के एक बड़े अस्पताल में अंतिम सांस ली। इस मामले आईटीबीपी के डीआईजी रघुवीर वत्स का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही निधन का असल कारण सामने आ सकेगा। रोहित के पार्थिव देह को सिलीगुड़ी से दिल्ली तक हवाई जहाज से लाया गया था। इसे बाद आईटीबीपी के जवान  उन्हे शिवपुरी आईटीबीपी के ट्रक के जरिए लेकर आए। एसआई रोहित की पार्थिव देह आज सुबह 9 बजे ग्वालियर बाइपास पहुंची इसके बाद सैकड़ों की संख्या में जुटे आईटीबीपी के जवान सहित शहर की जनता अंतिम यात्रा में शामिल हुई। इस दौरान लगातार भारत माता की जय और रोहित भैया अमर रहे के उद्घोष से मार्ग गुंजायमान रहा।
एसआई रोहित की अंतिम यात्रा करोंदी तिराहा, मोहनी सागर होते हुए घर पहुंची जहां आईटीबीपी के जवानों ने एसआई रोहित को श्रद्धांजलि दी। वहीं, अतिरिक्त एसपी रघुवंश सिंह भदौरिया, कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी सहित अन्य परिजन सहित परिचितों ने रोहित को श्रद्धांजलि दी। कुछ देर के लिए रोहित की पार्थिव देह को घर के भीतर अंतिम दर्शन के लिए ले जाया गया। रोहित की मां, बहन और पत्नी सहित अचेत थी परिजन उन्हें संभालते रहे। घर से अंतिम यात्रा अपने आखरी पड़ाव मुक्तिधाम के लिए रवाना हुई। यह यात्रा फिजिकल क्षेत्र, माधव चौक, गुरुद्वारा चौक, झांसी तिराहा, हवाई पट्टी होते हुए मुक्तिधाम पहुंची इस दौरान जगह जगह वाहन को रोककर लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित कर शोक व्यक्त किया। आईटीबीपी के डीआईजी रघुवीर वत्स ने वीर गति को प्राप्त हुए। एसआई के निधन पर अपनी और से शोक संवेदना व्यक्त करते हुए बताया कि एसआई के निधन के बाद परिवार को हर वो सुविधा और राहत राशि मिलेगी। जिसके वह हकदार हैं साथ ही रोहित के परिवार से एक नौकरी भी तय नियमों के आधार पर मिल सकती है। 
30 जून को मिली थी बिहार की पोस्टिंग
बता दें कि रोहित चौरसिया ने 2002 को आईटीबीपी ज्वाइन की थी। रोहित की शादी 2009 में हुई। रोहित अपने पीछे एक 11 साल की बेटी उत्याशी और 4 साल का मासूम 'बेटा कृष्णन छोड़ गया है। रोहित आखरी में मधुरई आईटीबीपी बेस से जून माह में अपने घर शिवपुरी आया था इसके बाद उसे नई पोस्टिंग बिहार के पूर्णिया में मिली थी। छुट्टी खत्म होने के बाद रोहित ने 30 जून को आईटीबीपी हेड बेस ज्वाइन कर लिया था।













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