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धमाका बड़ी खबर: ट्रैफिक नियम का किया कीजिए पालन, MP की सड़कों पर जनवरी से जून 23 मात्र 6 महीने में कुल 29302 सड़क हादसे, 7483 ने गवाई जान, शहर से अधिक ग्रामीण इलाकों में गई लोगों की जान

बुधवार, 20 सितंबर 2023

/ by Vipin Shukla Mama
भोपाल। किसी ने सच ही कहा है की हम अपनों को या अपनी रक्षक ट्रैफिक पुलिस को तो धौंस दिखा सकते हैं लेकिन यमराज को हरगिज नहीं। वह एक पल में हमारे शरीर से जान खींचकर ले जाते हैं। बावजूद इसके हम ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करते और आए दिन कोई न कोई अपनी जान गवा देता हैं। ज्यादातर मामलों में रफ्तार का कहर, नियम तोड़कर वाहन चलाना, ओवर टेकिंग, बिना हेलमेट, बिना सीट बेल्ट तो कभी सुरा पान कर वाहन चलाना या तो खुद की या किसी और की जान ले लेता हैं। खासकर ग्रामों में जहां हाल ही में लोग बाइक पर सवार होने लगे उन्होंने बाइक चलाना तो सिख लिया लेकिन रफ्तार पर काबू और सड़क पर किनारे चलने का हुनर नहीं सीखा, ग्राम से फोरलेन पर आने जाने की सावधानी, रोड क्रॉसिंग जैसी छोटी छोटी भूलें हमको आफत में डाल देती हैं। हम फोरलेन पर बाइक बीच सड़क पर लेकर चलते हैं। हॉर्न तक नहीं सुनते, हेलमेट का कोई काम नहीं जबकि दुर्घटना में ज्यादातर जान हेड इंजुरी से चली जाती हैं। 
याद रखिए परिवारजन, खुद की जान
वाहन चलाते वक्त याद रखिए घर पर आपके अपने परिवार जन और दूसरे वाहन वाले के भी परिवारजन इंतजार करते हैं। इसलिए सावधानी से ट्रेफिक नियम पालन कर वाहन चलाया कीजिए। वैसे तो सिटी में भी लेकिन संभव न हो तो सिटी के बाहर दो पहिया वाहन अवश्य हेलमेट लगाकर ही चलाएं। 
आंकड़ों की गंभीरता को समझिए
जी हां मध्य प्रदेश में वर्ष 2023 के कुछ महीनों की बात करें यानि 01जनवरी से 30 जून 2023 करीब छः माह की तो हमारी आंखें फटी रह जायेंगी। इन छह महीनों में हुए सड़क दुर्घटना का चार्ट देखें तो आंकड़े खतरनाक हैं। कुल 29 हजार 302 सड़क हादसे इस दौरान हुए जिसमें 7493 लोगों की जान चली गई। इनमें से शहरी इलाके में 12868 दुर्घटनाओं में 2114 ने जान गवाई जबकि ग्रामीण इलाके में हुई 16434 दुर्घटनाओं में 5369 को जान से हाथ धोना पड़ा। इसी प्रकार राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुई 6951 दुर्घटना में 2280 की मौत हुई, राजकीय राजमार्ग पर 6354 हादसों में 1785 की जान गई, अन्य मार्ग पर 15997 हादसों में 3418 की मौत हुई, पैदल यात्री भी 3995 हादसों का शिकार हुए जिसमें 906 की जान चली गई। बात दो पहिया व्हीकल की करें तो 14389 हादसों में 1096 की मौत हुई। ऑटो रिक्शा की 1034 दुर्घटना में 152 की मौत हुई, इसी तरह चार पहिया वाहन के हादसे 4578 हुए जिसमें 1096 की जान गई। ट्रक व लॉरी के 1751 हादसे में 575 की जान गई, बस के हादसे 803 हुए जिसमें 199 की जान गई। हिट एंड रन 6725 मामलों में 2130 की मौत हुई, तेज गति से वाहन चलाया तो 22691 हादसे हुए जिसमें 6171 की मौत हुई, गलत दिशा से वाहन चलाने पर हुए 2129 हादसों में 416 लोगों की मौत, शराब पीकर 1053 हादसे हुए 146 की मौत हुई, मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाने में भी 484 दुर्घटना हुई जिसमें 99 अब कभी मोबाइल पर बात नहीं कर सकेंगे। इसी तरह हेलमेट नहीं पहने 14389 लोग हादसे का शिकार हुए जिसमें 2739 लोग अब दुनिया में नहीं हैं। उनके परिजनों को लगता हैं की काश सिर पर हेलमेट होता तो बात कुछ और होती। सीट बेल्ट का इस्तेमाल नहीं किए जाने पर 7132 दुर्घटना हुई जिसमें 970 को अब किसी बेल्ट की जरूरत नहीं क्योंकि वे अब दुनिया में नहीं हैं। कुल मिलाकर यातायात नियमों का पालन कर हम इन सड़क दुर्घटनाओं को कम कर सकते हैं। कृपया यातायात नियमों का पालन करें और अपने साथ दूसरों को भी सुरक्षित रखें। 














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