मुगालते में मत रहिए, बोले पिछोर के लोग
बीते छह बार से पिछोर की जनता का प्यार साथ पाने में सफल रहे विधायक केपी सिंह इस बार शिवपुरी से मैदान में हैं। वे अपनी मर्जी से नहीं बल्कि शिवपुरी सीट से केंद्रीय मंत्री द ग्रेट सिंधिया या खेल मंत्री यशोधरा राजे के सामने चुनाव लड़ने के इरादे से आलाकमान के कहने पर भेजे गए हैं। ये दीगर बात हैं की महल से कोई मैदान में नहीं आया तब उनको पूर्व विधायक देवेंद्र जैन के सामने चुनाव लडना पड़ रहा हैं। ऐसे में हमने पिछोर की जनता से पूछा की बीजेपी प्रत्याशी केपी सिंह को भगोड़ा बता रहे हैं, कह रहे हैं अगर दमदार होते तो पिछोर से ही लड़ते लेकिन वे शिवपुरी भाग आए। यहां तक भी बयान दिया की वे पहले क्या थे सबको पता हैं। इस पर पिछोर की जनता ने कहा की कोई मुगालते में नहीं रहे। वे सिंधिया जी के सामने चुनाव लड़ने शिवपुरी गए हैं कोई छोटे नेता से नहीं। उनके पिछोर से जाने से हम सभी दुखी हैं क्योंकि केपी सिंह कक्काजू पिछोर की जनता को परिवार समझते आए हैं। उनके रहते पिछोर में भ्रष्टाचार करने की हिम्मत नहीं होती, पुलिस ठीक से काम करती हैं। सबको साथ लेकर चलने वाले हैं हमारे नेता। शिवपुरी को सौभाग्य मिला हैं की एक अनुभवी प्रत्याशी उनके इलाके से चुनाव लड़ रहा हैं। जनता ने कहा कोई मुगालते में न रहे केपी सिंह सर्वहारा वर्ग के नेता हैं सुख दुख में सभी के साथ रहते हैं। शिवपुरी के फिजिकल पर उनका स्थाई निवास भी हैं जहां कोई आधी रात को जाकर सीधे उनसे मिल सकता हैं। रही बात किसी और प्रत्याशी की तो उनके कोलारस और शिवपुरी के दोनों कार्यकाल देखे हैं। पचावली का पुल से लेकर गोरा टीला के पुल अब जाकर वीरेंद्र ने बनवाए सालों जनता परेशान रही। शिवपुरी में इतने अच्छे काम किए थे की नपा अध्यक्ष के चुनाव में कुर्सी की आंधी में बड़े बड़े सेठ ढेर हो गए थे। खैर जनता की बातों से हमको क्या लेना देना। आगे आगे देखिए होता हैं क्या।

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