आई। मैं तो खुद वीरेंद्र के सामने शर्मिंदा हुआ ।
मुझे रघुवंशी समाज को देना है। मैं खुद ढूंढ रहा हूं। वहां राजकुमार है। वो दूसरा है, जिसकी पत्नी जिला पंचायत सदस्य है, उसकी पत्नी को लड़ा दो। देना रघुवंशी को है। शिवपुरी की बात दिग्विजय सिंह, जयवर्धन से करेंगे। जैसा वो कहेंगे, वैसा करेंगे। वीरेंद्र को जितना तुम लोग नहीं चाहते, उससे ज्यादा मैं चाहता हूं। तुम लोग मुझे क्या समझाने आए हो । अब जाकर दिग्विजय सिंह और जयवर्धन के कपड़े फाड़ो । ये मत कहिएगा कि मैंने कहा है।
(जैसा की वीडियो में सुनाई दिया, आप ठीक से सुनिए कमलनाथ की बात) बीच बीच में कमलनाथ के आसपास खड़े लोग मोबाइल बंद करो की अपील करते दिखाई दिए लेकिन सोशल मीडिया के जमाने में ये संभव नहीं। हालाकि राजनीति के फेर में डेमेज कंट्रोल भी नेता लोग आपस में करते हैं और जबसे केपी के टिकिट की शिवपुरी से खबर लगीं उनमें मीडिया का फीडबैक भी कांग्रेस को बेक फुट पर आने को मजबूर कर सकता हैं।
प्रचारित किया गया द ग्रेट सिंधिया से होंगी जंग
केपी सिंह के शिवपुरी से टिकिट को लेकर मीडिया में दावे किए गए की द ग्रेट सिंधिया से जंग होगी लेकिन जो वीडियो वायरल हुआ उससे तो साफ हैं की केपी सिंह खुद अचंभित हैं।
पिछली 15 महीने की सरकार में नहीं बन पाए थे मंत्री
पिछली छह बार से विधायक केपी सिंह को पिछली 15 महीने की सरकार में मंत्री नहीं बनाया गया था। तब भी उनके साथ राजनीति हुई थी। खबर वायरल हुई थी की दिग्गी राजा नाराज थे इसलिए केपी मंत्री नहीं बने। इस बात की सच्चाई क्या थी ये तो ज्ञात नहीं लेकिन एक समय दिग्गी राजा के खास केपी की नजदीकियां द ग्रेट सिंधिया से ज्यादा हुई थीं शायद उस समय ये कारण रहा हो!
पिछोर से जिनका टिकिट ये बात हजम नहीं

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