SHIVPURI शिवपुरी। सहारा इंडिया प्रमुख सुब्रत राय की मौत के बाद अब कैसे मिलेगा सहारा इंडिया के शिवपुरी में पीड़ित जमाकर्ताओ का भुगतान ये सवाल निवेशकों को रह रहकर सता रहा है। वे राय की मौत से इस कदर विचलित हैं की लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की धमकी दे डाली हैं। उनका कहना हैं की सहारा प्रमुख सुब्रत राय सहारा अब हमारे बीच इस दुनिया में नहीं है। आपको बता दें कि सुब्रत रॉय सहारा का निधन दिनांक 14 नवंबर 2023 को मुंबई के कोकिलाबेन स्थित अस्पताल में कैंसर समेत अलग-अलग बीमारियों के कारण हुआ है। इसके बाद सुब्रत राय सहारा को लखनऊ स्थित मुख्य अग्नि उनके पोते द्वारा दी गई। सुब्रत राय सहारा की अंत्यष्टी में उनके बेटे सीमांतो एवं सुशांतो रॉय दोनों शामिल नहीं हुए। स्वप्ना रॉय भी दर्शन नहीं कर पाई। शायद इसी कारण की ये लोग आते तो सरकार इनको राउंड अप करती और शायद पैसे देने का कोई दबाव बनाती लेकिन अब सहारा इंडिया की ऐसी स्थिति को देखते हुए सहारा निवेशकों में या डर दिखाई दे रहा है की किस प्रकार निवेशकों को उनकी गाड़ी कमाई वापस मिलेगी।
सहारा इंडिया पीड़ित शिवपुरी के निवेशकों का भी सहारा इंडिया की चार सहकारी समितियां समेत सहारा इंडिया क्यू शॉप समेत अन्य स्कीमो में पैसा लगा हैँ वही इस मामले में शिवपुरी थाना कोतवाली में एक बड़ी एफ आई आर क्रमांक 0371 पर दर्ज है। इसी के साथ दो और एफआईआर शिवपुरी थाना कोतवाली के अंतर्गत दर्ज हैं। जब इस मामले के बारे में संयुक्त ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव नीरज कुमार शर्मा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि सहारा इंडिया के मालिक सुब्रत रॉय सहारा की मौत के पश्चात आज तक सहारा इंडिया यह तक नहीं बता पाया है कि सहारा इंडिया के आने वाले समय में कौन कंपनी की जिम्मेदारी संभालेगा। इसी के साथ कंपनी ने यह भी स्पष्ट नहीं किया है कि सुब्रत रॉय सहारा की मृत्यु कैसे हुई। वही हमारे संगठन को सुब्रत रॉय सहारा की मौत के बाद भी इस मामले पर शिवपुरी सहित कई अलग-अलग थानों में मुकदमे कायम थे इसी के साथ सहारा पर कई सारे कोर्ट केस भी चल रहे थे। वही इस मामले पर हमारी मांग है कि सरकार इस मामले पर एक सीबीआई की टीम को गठित करें। इसी के साथ सुप्रीम कोर्ट की आज एक आदेश के तहत सहारा सेबी केस में जाम करीब 25000 करोड़ की राशि में से जो 5000 करोड रुपए सहकारिता मंत्रालय को सहारा इंडिया की चार सहकारी समितियां के रिफंड के लिए दिए गए हैं वह आज तक निवेशकों को नहीं मिल पा रहे हैं।
बनने के बाद ही बिखरा सहकारिता मंत्रालय
गृहमंत्री अमित शाह ने सहकारिता मंत्रालय की सभी जिम्मेदारियां को अपने अंडर प्रोसेसिंग के तहत ले रखा है वहीं अमित शाह ही सहकारिता मंत्री हैं इसी के साथ सहारा रिफंड पोर्टल नाम से अमित शाह ने एक पोर्टल की शुरुआत की थी जिसमें उन्होंने बताया था कि इस पोर्टल के माध्यम से सहारा इंडिया में फंसे कर सहकारी समितियां के निवेशकों को उनका पैसा पूर्ण ब्याज के साथ वापस किया जाएगा इसके बाद कई सारे निवेशकों ने इस पोर्टल पर जाकर मार्केट से भरी-भरी दामों पर इन पोर्टल पर Login करवाया परंतु सहकारिता मंत्रालय ने उन सभी क्लाइम्स को पूर्ण तरीके से रिजेक्ट कर दिया अब निवेशकों को दोबारा से नेट कैसे के चक्कर लगाए जाने के लिए सहकारिता मंत्रालय का रहा है अब ऐसी स्थिति के बीच देखकर लग रहा है कि सहारा इंडिया में फंसा निवेशकों का पैसा कैसे मिलेगा।
गुस्साए निवेशकों ने दी अपनी अपनी प्रतिक्रिया
सहारा इंडिया से पीड़ित शिवपुरी के निवेशकों के भुगतान के लिए जल्द शिवपुरी एसपी को ठोस कदम उठाना चाहिए शिवपुरी थाना कोतवाली के अंतर्गत जो दो फिर दर्ज हैं उनमें प्रमुख रूप से कार्रवाई कर सभी शहर पीड़ितों को जितना हो सके उतना जल्द रिफंड दिलाने की कोशिश करनी चाहिए।
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सहारा इंडिया की चार सहकारी समितियां में हमने इसलिए अपना पैसा जमा किया था की हमारे बुरे वक्त में वह पैसा काम आ सके परंतु हमें क्या पता था कि सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय की नियत में कितनी बड़ी खोट है आज उसका ही यह परिणाम है कि हम लोगों को हमारा पैसा वापस नहीं मिल रहा हम शिवपुरी एसपी साहब से यह गुहार लगाते हैं कि जल्द से जल्द हमारा पैसे को वापस दिलाया जाए।
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सहारा इंडिया परिवार की सहकारी समितियां में मैंने अपना लाखों लाख रुपए का निवेश किया है और निवेश इसीलिए किया था कि मेरे बुरे समय में वह मुझको मेरा पैसा काम आ सके परंतु मुझे आज तक मेरा पैसे का भुगतान नहीं हुआ है मेरी मेच्योरिटी डेट पूर्ण हुए करीब 3 साल गुजर चुके हैं परंतु आज तक मुझको ₹1 तक सहारा ने वापस नहीं किया है अगर लोकसभा चावन तक मेरा भुगतान नहीं होता है तो आने वाले चावन में मैं भाजपा को वोट नहीं दूंगा।

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