* बाहर ले जाते समय बच्चों को गर्म टोपी पहनाएं पिंकी चौहान
शिवपुरी। दस्तक दे रही है ठंड, ऐसे में बेबी को कैसे रखें गर्म सर्दियों के दौरान बच्चों को सर्द हवाओं से सुरक्षा के साथ-साथ आराम भी दें। उन्हें गर्म रखें और ताजी हवा भी लेने दें।इसी उद्देश्य के लिए शक्ती शाली महिला संगठन की टीम ने दस आदिवासी गांव पतारा, बाशखेड़ी, नयाबलारपुर, अमरखोया, बिनेगा , नोहरी, चितोरिकला, चीटओरी, नोहरि कला एवम सुरवाया में सर्दियों से बचने के लिए 2 साल से छोटे बच्चो की एक सेकड़ा माताओं को ठंड से बचने के उपाय बताकर उनको जागरूक किया। संस्थान के मातृ एवम शिशु कल्याण कार्यक्रम के नोडल ऑफिसर नीतेश ओझा ने बताया की सर्दी आ चुकी हैंऔर जल्द ही सर्द हवाएं भी चलने लगेंगी। इस मौसम में बच्चों को ठंड लगने से बचाना बहुत जरूरी है वरना उनकी तबियत बिगड़ सकती है। अगर आपका भी बच्चा अभी छोटा है, तो उसे ठंड के मौसम में गर्म रखना आपकी जिम्मेदारी है। यहां आज हम आपको बता रहे हैं कि कैसे अपने छोटे बच्चों को कंबल या चादर और भारी स्वेटर से लादे बिना उसे गर्म रख सकते है 2 साल से छोटे बच्चों का शरीर अपनी बॉडी के टेंपरेचर को रेगुलेट करने लायक नहीं होता है। ऐसे में आपने देखा होगा कि बच्चों के हाथ-पैर एकदम ठंडे पड़ जाते हैं। बच्चों को रात में ढंक कर तो रखना चाहिए, लेकिन उनके कंफर्ट का भी ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि अगर उन्हें बहुत सारे कपड़ों से लाद दिया जाए तो सडन इन्फेंट डेथ सिंड्रोम का भी डर बना रहता है। इससे बचने के लिए विनोद पूरी ने बताया की अपने बच्चों को गर्म रखने के वन पीस सूट में बच्चे पूरी तरह से गर्म नहीं रह पाएंगे, तो आप उन्हें हल्का सॉफ्ट ब्लैंकेट भी ओढ़ा सकते हैं। पिंकी चौहान ने कह की बाहर ले जाते समय बच्चों को गर्म टोपी पहनाएं, हाथ और पैरों को मिटन और मोजे से ढंककर रखें। बच्चे गीले ना हों, क्योंकि ऐसा होने से उन्हें ठंड ज्यादा लग सकती है हमेशा सबसे अंदर बच्चों को कॉटन के कपड़े पहनाएं, उनके ऊपर ऊनी कपड़े पहनाएं। प्रोग्राम में दस आगनवाड़ी केंद्रों की आगनवाड़ी कार्यकर्ता, साहियका, आशा कार्यकर्ता के साथ साथ शक्ती शाली महिला संगठन की पूरी टीम ने सक्रिय सहभागिता की।

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