दिल्ली। विधान मंडल के दोनों सदनों में जनसंख्या नियंत्रण के प्रयासों की सफलता में महिलाओं की भूमिका पर उदाहरण के साथ नीतीश कुमार ने ऐसा बयान दे दिया की राजनीति में उफान आ गया हैं। जनसंख्या नियंत्रण को लेकर नीतीश कुमार पूरी तरह नियंत्रण खो बैठे और ऐसा बयान दे डाला जिसकी हर तरफ थू थू हो रही हैं। नीतीश ने विधानसभा और विधान परिषद में जातीय गणना सर्वेक्षण की रिपोर्ट पर अपने भाषण के दौरान उदाहरण के साथ बताया कि किस तरह महिला और पुरुष यौन संबंध का आनंद लेकर भी जनसंख्या नियंत्रण में योगदान कर सकते हैं। नीतीश ने जो कहा उसे यहां लिखा नहीं जा सकता लेकिन आप वीडियो में खुद सुन लीजिए। सीएम ने कहा कि लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने से आबादी बढ़ने की रफ्तार में कमी आई है। नीतीश ने कहा कि जब उनकी पहली बार सरकार बनी तब बिहार की जनसंख्या वृद्धि दर 4.3 प्रतिशत थी जो उनकी सरकार में लड़कियों की शिक्षा में सुधार से 2.9 प्रतिशत तक आ गई है।
भारतीय जनता पार्टी ने नीतीश कुमार के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। विधान परिषद में भाषण के दौरान मौजूद रहीं बीजेपी एमएलसी निवेदिता सिंह ने कहा कि यह विधान मंडल के इतिहास का काला दिन है। उन्होंने कहा कि कुछ बातें पर्दे के पीछे की होती और उसे पर्दे के पीछे ही रहने दिया जाता है। सिंह ने कहा कि पहले तो मुख्यमंत्री ने विधानसभा में ये बात की और फिर विधान परिषद में भी इस बात को दुहराने की हिम्मत की जो बहुत गलत बात है। भाजपा पार्षद ने कहा कि सदन में कानून बनाया जाता है लेकिन उसे सेक्स शिक्षा की क्लास बनाकर मुख्यमंत्री ने महिलाओं और आधी आबादी का अपमान किया है। भाजपा विधायक निक्की हेम्ब्रम ने कहा कि नीतीश बात कह रहे थे उसे मर्यादित तरीके से कहा जा सकता था लेकिन महिलाओं को लेकर वह असंवेदनशील हैं। मुख्यमंत्री की नजर में महिलाओं के प्रति कोई सम्मान नहीं है।

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