न पार्किंग चिन्हित, न कोई रोकने टोकने वाला
इस बार पहले की तरह बाजारों में कोई पार्किंग स्पॉट तय नहीं किए गए। न ही कोई दिशा निर्देश जारी किए गए। जिसके नतीजे में जिसको जो समझ आ रहा हैं वो अपने हिसाब से बाजार में दुकान लगाकर खड़ा हुआ हैं।
ठंडी सड़क को कोई उपयोग नहीं
नगर में वैसे तो हर तरफ जाम हैं। लेकिन व्यवथित ट्रैफिक का कोई प्लान नहीं बनाए जाने से हालत खराब हो गई हैं। ठंडी सड़क बनकर तैयार हो जाने के बाद भी उसका कोई उपयोग नहीं किया जा रहा। ट्रेफिक कोर्ट रोड से कनेक्टिंग की बात हो या राजेश्वरी रोड से कहीं कोई प्लानिंग नहीं। जबकि अस्पताल चौराहे से होकर सब्जी मंडी के पास से ठंडी सड़क को ट्रेफिक डायवर्ट किया जा सकता था लेकिन अस्पताल चौराहे तक बीच सड़क कोर्ट रोड पर ठेले लगा दिए गए हैं। ये ठेले गांधी चौक तक लगने से सकरे मार्ग पर चलने तक की जगह नहीं बची।
इन बाजारों और सड़कों पर जाम ही जाम
नगर की टेकरी, न्यू ब्लॉक चौराहा, गांधी चौक, धर्मशाला रोड, कोर्ट रोड, माधव चोक, राजेश्वरी रोड पर कहीं कोई ट्रेफिक कर्मी तैनात नहीं किए जा रहे जिससे जो मर्जी बाजार में जान लगा रहा हैं।
कोर्ट रोड पर नपा ने बिगाड़े हालत
दरअसल दीपावली त्योहार के चलते 5 दिन तक बाजार में रंगत रहती है। इस दिन लोगों को आवाजाही में सुविधा हो और एक जगह से दूसरी जगह तक जाने में परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए यातायात व्यवस्था के साथ व्यापारियों की गतिविधियों पर प्रशासन को निगरानी रखनी होती है। लेकिन नगरीय प्रशासन मुनादी करके भूल गया, और व्यापारियों ने एक कान से सुनकर दूसरे कान से इसे निकाल दिया, जिसके चलते एक दिन बाद ही मुनादी के हालत बिगड़ गए। जिन मिठाई दुकानदारों के साथ बड़े दुकानदारों को दुकान बाहर ना निकालकर अंदर लगाने की नसीहत दी गई थी, उन्हें दुकानदारों ने खुद बाहर निकाल लिया। जिसके चलते अब कोर्ट रोड के हालात यातायात से अवरुद्ध हो गए हैं।
दरअसल एक दो दिन पहले सोमवार मंगलवार को नगर पालिका ने कोर्ट रोड और माधव चौक पर मिठाई दुकानदारों के साथ बड़े दुकानदारों को सीधी चेतावनी जारी की थी कि यदि वह अपनी दुकानों को बाहर निकल रहे हैं तो इसकी अनुमति नगर पालिका से लेनी होगी, यदि ऐसा नहीं करते तो फिर वह कार्रवाई के दायरे में आएंगे, और उन्हें नोटिस भी जारी होगा, लेकिन बुधवार को हालात तब बिगड़े जब बाजार में छोटे छोटे दुकानदारों ने बीच की पट्टी पर ठेले लगा लिए और बड़े दुकानदारों ने अपनी दुकानों के बाहर टेंट तंबू
लगाकर अतिरिक्त स्थान बना लिया। सजावट की दुकानों के साथ कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकान के बाहर तंबू लगाकर दुकाने लगा दी। जिससे सड़क पर रास्ता अवरोध हुआ और लोगों को निकालने में परेशानी हुई। जिसके चलते शहर में दो पहिया वाहनों से निकलने वाले तो छोड़िए पैदल राहगीर को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। कोर्ट रोड को पार करने के लिए लोगों को 30 से 35 मिनट लगे। कुल मिलाकर मुनादी कराकर नगर पालिका अपनी जिम्मेदारी निभाना भूल गई। जिसके चलते यह स्थितियां निर्मित हुई।
ऐसे समझिए, सिर्फ रास्ता नहीं आवासीय बस्ती भी
कोर्ट रोड महावीर स्वामी मार्ग पर लगी दुकानों के चलते यातायात यहां इसलिए प्रभावित होता है। क्योंकि आम उपभोक्ता तो बाजार में आता ही है उनके साथ-साथ इसी रास्ते के आसपास सरकारी स्कूल, जिला चिकित्सालय, कोर्ट, एसडीएम कार्यालय और एवं अन्य दफ्तर बने हुए हैं। जहां से प्रतिदिन लोगों को काम पड़ता है। और आने-जाने की समस्या होती है। ऐसे में इस रास्ते में बीच में दुकान बन जाने से रास्ता बंद हो गया है और अगल-बगल की दुकानदारों ने टेंट लगाकर दुकान बढ़ा ली है जिसकी परेशानी यहां से गुजरने वाले लोगों को हो रही हैं। इधर नपा या ट्रेफिक पुलिस ने कोई वैकल्पिक सड़क उपयोग की तैयारी नहीं की सबको भगवान भरोसे छोड़ दिया।
चालानी कारवाई बदस्तूर जारी
नगर में भले ही जाम के हालात हैं लेकिन ट्रेफिक पुलिस अपने शिकार पर रोजाना लगी हुई हैं। कई सड़कों पर चालान के लिए तैनात ट्रेफिक कर्मी आम इंसान को हेलमेट, कागजात आदि के नाम पर रोककर तिलक करने में जुटे हुए हैं। जबकि त्योहार पर बाजारों में ट्रेफिक कर्मी तैनात किए जाकर लोगों की सुविधा तय करनी चाहिए।
इधर से नहीं जा सकते
नगर में ट्रेफिक पुलिस सिर्फ एक काम करती हैं। बाजार में कोई इंतजाम नहीं करती जायदा हुआ तो अस्पताल चौराहा, नागरिक बैंक, माधव चोक पर बेरियर लगाकर लोगों को बाजार में नहीं जाने देती जिससे लोग परेशान होते हैं क्योंकि पार्किंग के स्थान बने नहीं हैं जिससे लोग दो पहिया, चार पहिया वाहन रखने को परेशान होते हैं और बिना बाजार किए ही घर लौट जाते हैं। लोगों का कहना हैं की बाजार को व्यवस्थित किया जाना चाहिए। किसी को रोकना संभव नहीं।

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