Bhonti भोंती। हिंदुओं के सभी धार्मिक ग्रन्थों में लिखे केवल संस्कृत के श्लोक मात्र नहीं हैं वह चमत्कारी मंत्र माने जाते हैं। इन मंत्रों के जाप से न केवल जीवन बल्कि घरों से भी नकारात्मक ऊर्जा बाहर चली जाती है। चौरासी क्षेत्रीय सभा के कोषाध्यक्ष वरिष्ठ समाजसेवी नाथूराम वरसैया ,मिलन कुमार ,वैभव कुमार वरसैया के आवास पर चल रहे शत चंडी पाठ के आचार्य सामवेद शास्त्री ने बताया हमारे धर्म ग्रन्थों का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में आने बाली कठिनाइयों का मुकाबला करने की क्षमता का विकास होता है इससे सुख शांति समृद्धि आती है और जीवन सुखमय बनता है ।शास्त्री के अनुसार
मार्कण्डेय पुराण में ब्रहदेव जी कहते हैं कि जो भी जातक दुर्गा सप्तशती का पाठ करेगा उसे सुख की प्राप्ति होगी। भगवत पुराण में भी ये बात वर्णित है कि मॉं जगदम्बा का अवतरण श्रेष्ठ मानवों की रक्षा के लिए हुआ है। इसी तरह ऋगवेद के अनुसार मॉं दुर्गा ही आद्य शक्ति हैं और उन्हीं के द्वारा पूरे संसार का संचालन होता है और उनके अलावा इस जगत में कोई अविनाशी नहीं है। पंडित महेंद्र शर्मा के अनुसार इस पाठ में दुर्गा सप्तशती के 13 अध्यायों में वर्णित 700 श्लोकों का पाठ किया जाता है ।शर्मा के अनुसार मनोकामना के लिए उपयुक्त सम्पुट के साथ पाठ करना फलदायी होता है । त्रेता युग मे भगवान राम ने रावण से युद्ध के पहले नव चंडी का पाठ किया था इसके बाद ही राम ने रावण का सेना सहित संहार कर दिया था ।पंडित राकेश शास्त्री ने बताया नव चंडी पाठ नवरात्रि सहित कभी भी किया जा सकता है ।इसके बाद हवन भी किया जाता है ।वरसैया परिवार के यहां पिछले आठ दिन से चल रहे शिवार्चन ,महामृत्युंजय जाप ,श्रीमद्भागवत मूल पाठ और शिवार्चन के दर्शन करने बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति बनी रही । मिलन वरसैया ने बताया नौंवे दिन आचार्य द्वारा हवन पूजन किया जावेगा । ईश्वर से प्रार्थन्स है कि धार्मिक आयोजन के प्रभाव से ग्राम में सुख शांति और समृद्धि बनी रहे।

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