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धमाका साहित्य कॉर्नर: जो अटल थे, धरा पर अटल हो गये: डॉ मुकेश अनुरागी शिवपुरी

सोमवार, 25 दिसंबर 2023

/ by Vipin Shukla Mama
एक चतुष्पदी----------
याद आई नयन भी सजल हो गये। 
मन सरोवर विहारी कंवल हो गये। 
भारती के सपूतों के सिरमौर थे,
जो अटल थे, धरा पर अटल हो गये। 
डॉ मुकेश अनुरागी शिवपुरी










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