कूनो नेशनल पार्क के अफसरों ने अग्नि और वायु चीते को 17 दिसंबर को पहले बड़े बाड़े से खुले जंगल में रिलीज किया था। इसके बाद दोनों अलग-अलग हो गए थे। वायु कूनो के जंगल में ही है। वहीं अग्नि शनिवार को पोहरी इलाके से सटे हुए बफर जोन के जंगल में था। अब उसकी लोकेशन रीछी गांव के पास जंगल में मिली, यहां से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर राजस्थान का केलवाड़ा, सीताबाड़ी क्षेत्र लग जाता है। इसलिए चिंता बढ़ गौ थी।
साथ रहते हैं दोनों भाई, शिकार भी साथ
अग्नि और वायु चीते रिश्ते में सगे भाई हैं। वह शुरुआत से ही साथ रहते थे। वन विभाग की टीम उन्हें बाड़े में एक साथ रखती थी। दोनों एक साथ शिकार करते थे। जब भी किसी दूसरे जानवर या चीते से टकराव की स्थिति होती थी तो दोनों एक साथ उस पर अटैक करते थे। पिछली बार भी इन दोनों की दूसरे चीतों से लड़ाई हो चुकी हैं। उसमें यह घायल हो गए थे।
वायु की तलाश में भटका अग्नि या टेरेटरी बना रहा
अग्नि चीता लगातार कूनो नेशनल पार्क के रिजर्व जोन से बाहर है। इसे लेकर वन्य प्रेमियों का मानना है कि यह भटक कर कूनो से बाहर आ गया। हो सकता है कि वह अपने भाई वायु को तलाश कर रहा हो। ऐसा भी हो सकता है कि यह अपनी अलग से टैरेटरी तैयार कर रहा है। हालांकि कूनो नेशनल पार्क के अधिकारी इस मामले में अभी कुछ नहीं कह रहे हैं। उसकी kuno वापसी के चलते वे रिलेक्स मोड़ में हैं।

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