शिवपुरी। जिला पंचायत सीईओ उमराव सिंह मरावी ने एक बार फिर पंचायत के विकास कार्यों में लापरवाही बरतने व राशि आहरण करने के बाबजूद कार्य न कराने के मामले को गंभीरता से लेते हुए करैरा जनपद की सिरसौद पंचायत के सचिव को निलंबित किया है। वहीं ग्राम पंचायत अमोलपठा के सचिव रविन्द्र सिंह राजपूत को सिरसौद पंचायत का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
जानकारी के अनुसार मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत करैरा द्वारा 3 जनवरी को पत्र लिखा गया कि ज्ञानी प्रसाद शर्मा सचिव सिरसौद पंचायत द्वारा मनरेगा योजनांतर्गत निर्माण कार्याें पर अग्रिम राशि का आहरण किया गया है। यह राशि 15 लाख 72 हजार रुपये है, जिसमें सामुदायिक नाडेप निर्माण पर चार लाख रुपये, पिछोर रोड से एनआरएलएम प्रशिक्षण तक सीसी रोड कार्य के 4 लाख 72 हजार, नाली निर्माण कार्य के सात लाख रुपये की राशि निकाल ली, लेकिन तीनों ही कार्य प्रारंभ नहीं किए गए। इसके अलावा 35 स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास भी अपूर्ण हैं। शर्मा द्वारा सेवा में रहते हुए एक हेक्टेयर भूमि का पट्टा आवंटित कराया गया था। इसकी शिकायत पूर्व विधायक द्वारा विधानसभा प्रश्न के माध्यम से की गई थी। इस मामले में भी शर्मा को दोषी पाया गया है। सीईओ जनपद करैरा ने इन्हीं सब बिंदुओं को लेकर सचिव के निलंबन का प्रस्ताव प्रेषित किया था, जिस पर कार्रवाई करते हुए जिला पंचायत सीईओ द्वारा सचिव को निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में सचिव का मुख्यालय जनपद पंचायत कार्यालय करैरा रखा गया है।

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