श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क की मादा चीता ज्वाला ने सोमवार को 3 शावकों को जन्म दे दिया है। इसकी जानकारी केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने आज सुबह करीब 8 बजे अपने X हैंडल पर पोस्ट करके दी है। जिसे देखने के बाद एमपी के सीएम डॉ मोहन यादव ने भी खुशी जाहिर करते हुए X हेंडिल पर लिखा हैं। इससे पहले ज्वाला ने 27 मार्च 2023 को 4 शावकों को जन्म दिया था। वहीं, 3 जनवरी को मादा चीता आशा ने 3 शावकों को जन्म दिया था।
कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ आर थिकुराल ने बताया कि नामीबिया से आठ चीते पिछले 17 सितंबर को लाए गए थे। मादा चीता ज्वाला ने इससे पहले 4 शावकों को जन्म दिया था, उनमें से 3 की मौत हो चुकी है। एक शावक पूरी तरह से स्वस्थ है। थिकुराल ने बताया कि सोमवार को जन्मे तीनों शावक पूरी तरह स्वस्थ हैं। वन विभाग का अमला इन पर निगरानी बनाए हुए है।
मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा नामीबियाई चीता आशा द्वारा अपने शावकों को जन्म देने के कुछ ही सप्ताह बाद ही यह खुशखबरी आई है। देशभर के वन्यजीव अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं और वन्यजीव प्रेमियों को बधाई। भारत में इसी तरह से वन्य जीवन फले-फूले।
डॉ मोहन यादव ने लिखा
कूनो में नए महमानों का स्वागत है...
नामीबियाई चीता ज्वाला ने तीन शावकों को जन्म दिया है। माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की प्रेरणा से भारत में चीता की सुखद वापसी हुई है, जिसमें मध्यप्रदेश चीता स्टेट बना।
नए मेहमानों के लिए मध्यप्रदेशवासी हर्षित एवं आनंदित हैं।
इन शावकों का पिता पवन
डीएफओ ने बताया कि ज्वाला चीता ने जिन 3 शावकों को जन्म दिया है, उनका पिता पवन (पुराना नाम ओवान) है।
मादा चीता आशा के 3 शावकों का पिता भी पवन ही है। पवन वही चीता है जो पिछले महीनों कूनो से बार-बार बाहर निकलकर विजययुर, पोहरी और फिर शिवपुरी जिले के माधव नेशनल पार्क तक जा चुका है। वहां से इसे 2 से 3 बार ट्रेंकुलाइज करके कूनो वापस लाया गया था। इसी आवारगी ने उसे पवन नाम प्रदान किया।

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