Responsive Ad Slot

Latest

latest

राष्ट्रीय युवा दिवस विशेष: युवा शक्ति को संचित और पोषित कर राष्ट्र उन्नति का आधार बनें

शुक्रवार, 5 जनवरी 2024

/ by Vipin Shukla Mama
राष्ट्रीय युवा दिवस विशेष: आज समाज को स्वामी विवेकानंद जैसे युवाओं की आवश्यकता जो युग निर्माण में अपना सहयोग अर्पित करें  
* राष्ट्रीय युवा दिवस पर युवा पीढ़ी के लिए विशेष संदेश
गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी 
(संस्थापक एवं संचालक, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान)
एक महान युवा सन्यासी, समाज सुधारक और विदेशों में भारतीय संस्कृति के सम्मान में चार चाँद लगाने वाले स्वामी विवेकानंद जी का जन्म दिवस 12 जनवरी ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।ए. पी. जे. अब्दुल कलाम के अनुसार युवा अवस्था वह बिन्दु है जब व्यक्ति असाधारण तल में प्रवेश कर जाता है और सफलता की नई ऊँचाई को छूता है। जर्मन लेखक गेटे ने भी कहा है, ‘दुनिया नौजवानों को इसलिए चाहती है क्योंकि वह होनहार होते हैं। उनमें कुछ कर गुजरने की चाहत होती है। उनमें अपार संभावनाएं होती हैं।’ श्री आशुतोष महाराज जी भी अकसर नौजवानों को समझाते हुए अपने प्रवचनों में कहा करते हैं- ‘युवा होना सिर्फ उम्र की एक अवस्था का नाम नहीं बल्कि यह किसी दीपक की वह अवस्था है जब उससे सब से ज़्यादा प्रकाश की उम्मीद की जाती है। युवा शक्ति ही वह शक्ति है जिसने हर समय में युग निर्माण किया। जिस के योग्य नेतृत्व में सभ्यता, संस्कृति आगे बड़ी। फिर चाहे वह प्रभु श्री राम की वानर सेना हो, अंगद, नल-नील, हनुमान आदि जैसे जज़्बे और गुरु भक्ति से भरपूर नौजवान हों। चाहे देश को आज़ाद करवाने वाले शहीद भगत सिंह, कर्तार सिंह सराभा, उधम सिंह आदि जैसे देश भक्त हों या फिर श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी द्वारा निर्मित खालसा फौज हो। श्री कृष्ण जी के योग्य नेतृत्व में अधर्मियों का नाश करने वाली पांडव सेना हो या फिर विश्वामित्र जी की आज्ञा अनुसार देश के आततायी राक्षसों का नाश करने वाले युवा श्री राम और लक्ष्मण जी हों।’ भाव हर समय युवा शक्ति ने ही विश्व में नवीन क्षितिज का निर्माण कर देश, कौम, संस्कृति, धर्म आदि की रक्षा की है। ‘नौजवान’ शब्द अपने आप में अथाह ऊर्जा, उत्साह और आंदोलन का प्रतीक है। युवा होने का अर्थ ही है- संचित शक्तियों का भंडार, जिसे गुरु महाराज जी अपनी प्रेरणा और ज्ञान से जाग्रत कर रहे हैं। वह नौजवानों के सामर्थ्य को पहचान कर उसका सार्थक उपयोग कर रहे हैं।संसार के महान विचारकों ने वर्तमान भारत को सौभाग्यशाली देश कहा क्योंकि भारत की कुल आबादी का लगभग 66 प्रतिशत वर्ग युवा है। जो अन्य देशों के मुकाबले बहुत ज्यादा है। ऐसी परिस्थिति में सबसे अहम सवाल यह उठता है कि देश के लिए युवा शक्ति वरदान है या फिर चुनौती? चुनौती इसलिए की यदि युवा शक्ति भटक जाए तो स्वयं एवं देश का भविष्य नष्ट हो सकता है। इसलिए युवाओं की ऊर्जा का संपूर्ण रूप से सही दिशा में प्रयोग करना इस समय की सबसे बड़ी चुनौती है। नौजवानों में स्वामी विवेकानंद जी जैसी आध्यात्मिकता का संचार करने की आवश्यकता है ताकि वह देश को नई उड़ान दे सकें। एक अच्छा व्यक्ति बनने के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ-साथ आध्यात्मिकता का होना भी अनिवार्य है। सदैव सकारात्मक पहलू देखने की आदत होना भी आदर्श युवा का गुण है। आज का नौजवान इस बात से भी अनभिज्ञ है कि भारतीय संस्कृति आदि काल से ही सम्पूर्ण विश्व को धर्म, कर्म, त्याग, ज्ञान, सदाचार, परोपकार और मनुष्यता की सेवा करना सिखाती आयी है। सद्भावना और एकता का संचार करना ही भारतीय संस्कृति का मूल मंत्र रहा है। इसका मूल कारण है कि भारतीय दर्शन में आत्म-दर्शन की बात की गई है। इसलिए श्री आशुतोष महाराज जी ने युवाओं को आध्यात्मिक ज्ञान के साथ समय-समय पर योग्य मार्गदर्शन भी प्रदान किया क्योंकि वह युवाओं में उत्साहपूर्ण फौलादी इरादों को देखना चाहते हैं। वह चाहते हैं की नौजवान समाज में फैली चुनौतियों का सामना करने के लिए सदैव तत्पर रहें।
वर्तमान काल में युवा शक्ति का जाग्रत होना बहुत जरूरी है। अतः जाग्रत नौजवानों का फर्ज है कि वह आलस्य को त्याग कर दूसरों के कल्याण के लिए कदम बढ़ाएं। तुम युवा हो, कमजोर नहीं और न ही हीन। तुम कर्म स्वरूप हो, कर्मवीर हो। नौजवानों की समर्थता को बयान करता विवेकानंद जी का कथन है कि युवा वह है जो सदा क्रियाशील रहता है। जिसके अंदर सिंह जैसा साहस है। जिसकी दृष्टि सदा अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहती है। जो इस संसार में कुछ अलग करना चाहता है। जो किस्मत के सहारे न बैठ कर हिम्मत और जज़्बे के साथ अपने कर्तव्यों के प्रति चेतन रहता है। ऐसा नौजवान फिर कभी परिस्थितियों का दास नहीं बनता बल्कि परिस्थितियाँ उसकी गुलाम बन जाती हैं। यदि आज युवा शक्ति पूर्ण बल, बुद्धि और निःस्वार्थ भाव से विश्व शांति के लक्ष्य में लग जाए तो निश्चित ही संसार की काया पलट हो सकती है। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से सभी पाठकों को राष्ट्रीय युवा दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।

कोई टिप्पणी नहीं

एक टिप्पणी भेजें

© all rights reserved by Vipin Shukla @ 2020
made with by rohit Bansal 9993475129